उत्तर प्रदेश

इलेक्ट्रिक बाइक दिलाने के नाम पर ठगी

Harrison
20 Sep 2023 1:47 PM GMT
इलेक्ट्रिक बाइक दिलाने के नाम पर ठगी
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उत्तरप्रदेश | गूगल से नंबर सर्च करके इलेक्ट्रिक बाइक खरीदने के चक्कर में एक सिक्योरिटी गार्ड से ठगी हो गई. गूगल से जो नंबर निकला वह साइबर अपराधियों का था. आसान किश्तों पर बाइक दिलाने का झांसा देकर शातिरों ने सिक्योरिटी गार्ड से 25 हजार रुपये ठग लिए. पीड़ित ने सिकंदरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है.
उमाकुंज, केके नगर निवासी रमेश चंद्र के साथ घटना हुई है. उन्होंने पुलिस को बताया कि ऑन लाइन एक कंपनी की इलेक्ट्रिक बाइक का विज्ञापन देखा था. उन्हें बाइक पंसद आई. गूगल से उस कंपनी का नंबर सर्च किया. फोन मिलाया. फोन कंपनी की बजाए साइबर अपराधियों को लगा. शातिरों ने सस्ती कीमत पर बाइक दिलाने का झांसा दिया. यह भी बताया कि दिल्ली सरकार इलेक्ट्रिक बाइक पर छूट दे रही है. बतौर एडवांस उससे पांच हजार रुपये ऑन लाइन जमा करा लिए. बाद में 20 हजार रुपये और जमा करा लिए. एक साल बीतने पर भी बाइक नहीं मिली. तब अहसास हुआ कि उनके साथ ठगी हुई है. पीड़ित ने अप्रैल में साइबर सेल में शिकायत की थी. साइबर सेल की जांच रिपोर्ट के बाद सिकंदरा थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है.
अभियान डिलाइट में 17 लपके पकड़े
थाना पर्यटन पुलिस ने आपरेशन डिलाइट के तहत लपकों के विरुद्ध अभियान चलाया गया. आगरा कैण्ट / पुरानी मण्डी / रमादा कट आदि स्थानों से 17 लपको को पकड़कर उनका चालान किया गया.
एसीपी ताज सुरक्षा अरीब अहमद ने बताया कि पर्यटकों के समक्ष शहर की छवि कायम रखने को यह अभियान चलाया जा रहा है. ताकि पर्यटकों को आगरा भ्रमण के दौरान दिक्कत न हो. पकड़े गए लपकों में नईम उस्मानी, सतीश चन्द्र, इसराइल अली, सुनील यादव, शाहरूख, सुहेव खान, आसिफ कुरैशी, जावेद, दानिश, इमरान, विक्रम सिंह, मंजीत, शारिक, बरू, बिजेन्द्र, प्रमोद, सुरेन्द्र कुमार शामिल हैं.
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