उत्तर प्रदेश

फोटो मिक्सिंग से दिया धोखा, बायोमीट्रिक में फंस गए सॉल्वर

Admin Delhi 1
29 Jun 2023 7:04 AM GMT
फोटो मिक्सिंग से दिया धोखा, बायोमीट्रिक में फंस गए सॉल्वर
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बरेली न्यूज़: यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने परीक्षा को फुलप्रूफ बनाने के लिए तकनीक का पूरा सहारा लिया. प्रवेश पत्र पर कोडिंग के साथ-साथ परीक्षार्थियों के फोटो का डबल डेटा जुटाया गया. मगर सॉल्वर गिरोह ने फोटो मिक्सिंग के जरिये केंद्र पर तैनात स्टाफ को मात दे दी लेकिन तकनीक से हार गए.

कोतवाली, प्रेमनगर, बारादरी व भमोरा क्षेत्र में पकड़े सॉल्वर किसी दूसरे गिरोह के माध्यम से परीक्षा में बैठे थे. इन सभी सॉल्वरों के आधार कार्ड, नाम, जन्मतिथि, रोल नंबर आदि परीक्षार्थी से पूरी तरह मैच कर रहे थे. प्रवेश पत्र पर फोटो भी सॉल्वर का ही लगा हुआ था. सामान्य जांच में इनको पकड़ना संभव नहीं था. मगर, आयोग ने उन्हें पकड़ने को पूरी व्यवस्था कर रखी थी.

आई स्कैनर ने खोली पूरी पोल, फंस गए सभी आरोपी

परीक्षा शुरू होते ही एजेंसी ने सभी परीक्षार्थियों का आई स्कैन करके उसका डाटा भी मुख्यालय भेज दिया. वहां से यह तस्वीर आयोग को भेजी गई. वहीं, आयोग ने परीक्षार्थियों की रोजगार ऑफिस से पहले ही फोटो व आई स्कैन समेत सहित अन्य सूचना मांग ली थी. रोजगार ऑफिस से प्राप्त फोटो और परीक्षा केंद्र पर लिया गया आई स्कैन के डाटा में अंतर आया तो मामला पकड़ लिया गया. तत्काल आयोग ने परीक्षा केंद्रों पर फोन कर चारों सॉल्वर को गिरफ्तार करा दिया.

पांच मिनट पहले दबोचा

कोतवाली क्षेत्र के जीआईसी में छात्र राहुल के स्थान पर सॉल्वर सचिन परीक्षा दे रहा था. सचिन पूरी तरह से प्लान में सफल भी हो चुका था. प्रधानाचार्या कुसुम राजपूत ने बताया कि परीक्षा समाप्त होने से पांच मिनट पहले आयोग से फोन आया था. सूचना पर तत्काल परीक्षा कक्ष में जाकर उसे पकड़ लिया गया.

रतन को मिले दस हजार

जय नारायण इंटर कॉलेज में विपिन कुमार के स्थान पर रतन परीक्षा दे रहा था. बिहार के रहने वाले रतन ने बताया कि वह कक्षा 12वीं पास है और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है. उससे एक लाख रुपये में सौदा हुआ था लेकिन दस हजार रुपये ही एडवांस मिले. बाकी 90 हजार परीक्षा में सफल होने के बाद मिलने थे.

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