उत्तर प्रदेश

दुष्कर्म का फर्जी केस कराने वाले गैंग की चार महिलाओं पर चार्जशीट दर्ज

Admindelhi1
30 March 2024 4:23 AM GMT
दुष्कर्म का फर्जी केस कराने वाले गैंग की चार महिलाओं पर चार्जशीट दर्ज
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महिलाओं समेत पांच के खिलाफ कैंट पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है

गोरखपुर: दुष्कर्म का फर्जी केस दर्ज कराकर पैसा वसूलने वाले गैंग की चार महिलाओं समेत पांच के खिलाफ कैंट पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है. इस मामले में एक अधिवक्ता का नाम भी आया था, साक्ष्य न मिलने पर पुलिस ने उनका नाम बाहर कर दिया है.

गैंग की सरगना सिद्धार्थनगर की नफीसा है. गैंग ने कैम्पियरगंज, बेलघाट, खजनी, बेलीपार और गोरखनाथ में 11 मुकदमे दर्ज कराये हैं. एक मामला फर्जी साबित होने पर विवेचक ने फाइनल रिपोर्ट (एफआर) लगा दी थी तो महिला ने दरोगा पर भी केस दर्ज करा दिया था. आरोपित महिलाओं की संख्या छह थी लेकिन जो वादी मुकदमा हैं, उन्हीं के खिलाफ पुलिस ने अभी चार्जशीट दाखिल की है.

शिकायतर्का कैम्पियरगंज निवासी खालिद ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि सिद्धार्थनगर जिले के लोटन क्षेत्र के खीरीडीहा की नफीसा का मायका उसके गांव में है और वह रेप का फर्जी मुकदमा दर्ज कराकर वसूली करने का गैंग चलाती है. नफीसा गैंग लीडर है जबकि बिंदावती, सोनी, तारा चौहान सक्रिय सदस्य हैं. यह गैंगरेप, रेप और एससीएटी जैसी गैंभीर धाराओं में मिथ्या साक्ष्य, झूठे शपथपत्र पर झूठी गवाही के माध्यम से केस दर्ज कराकर धन उगाही करता है. इस गैंग ने अब तक खालिद के अलावा लुटूर, रफाकत, सलीम, सरफराज, शहनवाज, विजय, समीम, सुभाष यादव के खिलाफ केस दर्ज कराया है. गैंग रेप तथा लूट के मुकदमे में आजीवन कारावास कराने की धमकी देकर तथा जेल जाने का भय दिखाकर से लाख रुपये वसूल भी चुका है. पीड़ित खालिद ने बताया कि नफीसा ने 30 जुलाई की शाम को उसके घर आई और धमकी देकर जेल जाने का भय दिखाकर पांच लाख रुपये की मांग की. खालिद की तहरीर पर पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर सात अगस्त 22 को केस दर्ज जांच में जुटी थी. अब पुलिस ने आरोपपत्र दाखिल किया है. पांचवां आरोपित फतेह मोहम्मद को बनाया है. यह उनके लिए वसूली का काम करता था.

फर्जी केस में काटनी पड़ी जेल बाहर आए तो शुरू की लड़ाई कैम्पियरगंज के खालिद सहित अन्य को फर्जी केस में जेल काटनी पड़ी. खालिद ने बताया कि वह 52 दिन तक जेल रहा. जबकि सरफराज 45 दिन, रफाकत चार महीने, और सलीम छह महीने तक फर्जी गैंग रेप में जेल में रहे. बाहर निकलने के बाद साक्ष्य जुटाया और पुलिस अफसरों के साथ ही मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की. इसके बाद मामला गोरखपुर पुलिस के पास पहुंचा. मामला सामने आने के बाद पुलिस महकमे ने जांच के आदेश दिए हैं. एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई की निगरानी में सीओ कैंट ने जांच की तो वहीं बांसगांव सीओ ने अपने यहां के दर्ज मुकदमों की जांच की.

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