उत्तर प्रदेश

वीसी के खिलाफ चार्जशीट तैयार, शुआट्स 2018 में नैनी थाने में कुलपति समेत 20 के खिलाफ दर्ज हुआ था मुकदमा

Admin Delhi 1
25 Feb 2023 9:16 AM GMT
वीसी के खिलाफ चार्जशीट तैयार, शुआट्स 2018 में नैनी थाने में कुलपति समेत 20 के खिलाफ दर्ज हुआ था मुकदमा
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इलाहाबाद न्यूज़: शुआट्स के कुलपति के खिलाफ नैनी पुलिस ने आरोप पत्र तैयार कर लिया है. पांच साल पुराने मुकदमे में जल्द ही आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया जाएगा. अभी तक कुलपति के खिलाफ कोई भी आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल नहीं है. सीबीआई भी उनके खिलाफ साक्ष्य एकत्र नहीं कर पाई थी. ठगी के इस केस में 20 नामजद आरोपी थे जिसमें एक की मौत हो चुकी है.

दिवाकर नाथ त्रिपाठी ने 2018 में नैनी थाने में शुआट्स के कुलपति आरबी लाल, विनोद बिहारी लाल, सुनील बिहारी लाल, एके एक लारेंस, रॉबिन एल प्रसाद, चंद्रकांत शुक्ला, आरबी लाल के बेटे जोनाथन ए लाल, डॉ. सर्वजीत हर्बर्ट, मो. इम्तियाज, न्यूमन एफ फर्नांडीज, सीजे वेस्ली, बरनवास एसलाल, आशीष एस नोएल, स्टीफेन दास, रंजन ए जॉन, सुधालाल, डेविड एन सेन, इसिडोर, रेनी जैकब, एसए ब्राउन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. आरोप लगाया था कि सभी पदाधिकारी विश्वविद्यालय में कार्यरत होने के कारण सरकार से प्राप्त वेतन के अतिरिक्त विश्वविद्यालय की अन्य धनराशि अपने वेतन से कई गुना अधिक प्रतिवेतन के रूप में प्राप्त कर रहे हैं. सरकार से प्राप्त वेतन के अतिरिक्त प्राप्त की गई धनराशि लोकपन के गबन और दुरुपयोग में आते हैं.

आरोप लगाया था कि राजेन्द्र बिहारी का वेतन, राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति पद का वेतन उत्तर प्रदेश राज्य सरकार द्वारा अनुदानित है. इस वेतन के अलावा राजेन्द्र बिहारी लाल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ऑफ से भी 963613 रुपये मासिक वेतन लेते हैं. इसी प्रकार राजेन्द्र बिहारी लाल उत्तर प्रदेश राज्य सरकार एवं बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ऑफ से कुल मिलाकर 11 लाख 23 हजार 863 रुपये मासिक वेतन ले रहे हैं.

यह भी आरोप लगाया था कि आरबी लाल कुलपति के पद पर रहते हुए यीशु दरबार ट्रस्ट के चयनित पद पर बने हैं जो असंवैधानिक है. इसी तरह अन्य आरोपी भी सोसाइटी से वेतन ले रहे हैं. स्टीफेन दास पर आरोप है कि वर्ष 1998 से 2008 तक शुआट्स में वित्त नियंत्रक के पद पर तैनात थे. 2008 में दास ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया और अपनी पेंशन एवं जीपीएफ की कुल धनराशि ट्रेजरी से निकाल लिया. इसके बाद 2010 में शुआट्स ने नियमों को ताक पर रखकर दस की नियुक्ति कर ली. इस तरह से सभी आरोपियों ने ठगी करके करोड़ों रुपये कमाए. नैनी इंस्पेक्टर बृजेश सिंह ने बताया कि एक आरोपी की मौत हो चुकी है. कुलपति के खिलाफ आरोप पत्र तैयार हो चुका है. जल्द ही दाखिल किया जाएगा.

कैबिनेट मंत्री ने भतीजे की लगाई नौकरी दिवाकर त्रिपाठी ने एक कैबिनेट मंत्री के इस्तीफे की मांग की है. आरोप लगाया है कि मंत्री ने शुआट्स के पदाधिकारियों से सेटिंग करके अपने भतीजे की वहां पर अवैध तरीके से नियुक्ति कराई. योग्यता और अनुभव के विपरीत शुआट्स में एचओडी बना दिया गया. इसके अलावा यह भी आरोप है कि शुआट्स के लाल बंधुओं को बचाने के लिए कैबिनेट मंत्री ने 2018 में फाइलों को अपने पास रख लिया था.

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