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मेरठ न्यूज़: मेरठ मंडल में छह जिलों के 670 से अधिक कॉलेजों में सत्र 2023 में प्रवेश को ऑनलाइन पंजीकरण कराने वाले तीन लाख 27 हजार 572 छात्रों का डाटा सीसीएसयू से लीक हो गया है.
एक्सेल शीट में पंजीकृत छात्रों के इस डाटा में प्रवेश को दिए कॉलेज का नाम, डिग्री, जनपद, पंजीकरण नंबर, छात्र का नाम, मोबाइल नंबर और उत्तीर्ण वर्ष शामिल है. छात्रों का यह डाटा केवल कंपनी के पास तक ही सीमित है, लेकिन मेरिट से पहले समस्त जिलों के विद्यार्थियों का डाटा लीक होने से विवि कटघरे में आ गया है. पंजीकरण की जिम्मेदारी आईटीआई लि. एमएसपी/ इम्टेक के पास है.
डाटा की यह फाइल कॉलेजों से होते हुए मीडिया तक पहुंची. मीडिया ने एक्सेल शीट विवि को भेजी तो कंपनी को नोटिस दिया गया. कुछ कॉलेजों ने ही यह सूचना दी थी कि विवि में पंजीकरण का डाटा लीक होकर मेरिट से पहले मार्केट में पहुंच गया है.
सबसे ज्यादा मोबाइल नंबर मेरठ जिले के लीक डाटा में सबसे ज्यादा एक लाख चार हजार 751 मोबाइल नंबर मेरठ जिले के हैं. हापुड़ से 27 हजार 117, गाजियाबाद से 78 हजार 471, गौतमबुद्ध नगर से 27 हजार 721, बुलंदशहर से 66 हजार 945 और बागपत से 22 हजार 567 मोबाइल नंबर दर्ज हैं.
मेरिट लग गई है, पेपर लेकर आ जाओ पूर्व महामंत्री अंकित अधाना के अनुसार छात्रों पर निजी कॉलेजों से कॉल आ रही हैं. वे मेरिट लगने का हवाला देकर प्रमाण लेकर कॉलेज बुला रहे हैं. वहीं एडवोकेट आदेश प्रधान के अनुसार कंपनी और विवि दोनों इसके लिए जिम्मेदार हैं. विनीत चपराणा ने कार्रवाई की मांग की.
तीन संभावित नुकसान
● मोबाइल नंबर का प्रयोग व्यवसायिक गतिविधियों के लिए हो सकता है.
● छात्र को दूसरे में प्रवेश को प्रभावित किया जा सकता है.
● छात्रों के मोबाइल नंबर अवांछित संस्थाओं तक पहुंच सकता है.