उत्तर प्रदेश

हृदय रोगियों को कैथ लैब जल्द

Admin Delhi 1
21 Aug 2023 9:10 AM GMT
हृदय रोगियों को कैथ लैब जल्द
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फैजाबाद: जिले में ह्रदय रोग से संबंधित मरीजों को निकट भविष्य में लखनऊ, दिल्ली समेत अन्य जगहों के बड़े संस्थानों का चक्कर काटने से निजात मिलने की उम्मीद है. इसके लिए राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज में अब तैयारी शुरू हो गई है. सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) फंड से आधुनिक कैथ लैब बनाने की तैयारी है. इसके लिए एक निजी बैंक ने हाथ आगे बढ़ाया है और कागजी प्रक्रिया शुरू हुई है.

जिले में जनवरी, 2023 तक श्रीराम जन्म भूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी है. इसके बाद अयोध्या में प्रतिदिन करीब एक लाख पर्यटक/श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने का अनुमान लगाया गया है. उनकी सुरक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना भी चुनौतीपूर्ण है. अभी तक राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज समेत किसी भी अस्पताल में सुपर स्पेशियलिटी विंग क्रियाशील न होने से मरीजों को ह्रदय रोग से संबंधित किसी भी समस्या के लिए लखनऊ, दिल्ली समेत अन्य हायर सेंटर पर जाना पड़ता है. समय पर इलाज न मिलने से अधिकांश लोग गंभीरावस्था तक पहुंच जाते हैं.

भविष्य में जिले में बढ़ने वाली भीड़ को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग भी मजबूत तैयारियां कर रहा है. इसी क्रम में राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज में ह्रदय रोग से संबंधित सेवाएं प्रारंभ करने की तैयारी है. इसके लिए सर्वप्रथम आधुनिक कैथ लैब बनाने की योजना है. सीएसआर फंड के जरिए करीब सात करोड़ रुपये इस पर खर्च होने का अनुमान है. इसके लिए एक निजी बैंक ने अपनी सहमति प्रदान की है.

बैंक के प्रतिनिधि आशुतोष सिंह की ओर से बीते दिनों मेडिकल कॉलेज प्रशासन को एक पत्र भेजा गया है, जिसमें उन्होंने अस्पताल से इस संबंध में घोषणा पत्र मांगा है. पत्र प्राप्त होने के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा समस्त कागजी कार्यवाही पूर्ण की जा रही है.

कैथलैब से मिलेंगी सुविधाएं कैथलैब ह्रदय रोग विभाग के अंर्तगत आने वाली एक लैब होती है. इसमें ह्रदय रोगियों की सर्जरी की जाती है. इसमें मुख्य रूप से एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, एब्लेशन, एंजियोग्राम और पेसमेकर व आईसीडी जैसी सर्जरी शामिल हैं. यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक पर काम करती है

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