उत्तर प्रदेश

संदिग्ध आतंकियों के आधार कार्ड बनाने से जुड़ा है मामला, UP के देवबंद में NIA की टीम ने मारा छापा

Admin4
28 Jun 2022 4:35 PM GMT
संदिग्ध आतंकियों के आधार कार्ड बनाने से जुड़ा है मामला, UP के देवबंद में NIA की टीम ने मारा छापा
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NIA Raids In Deoband: मध्यप्रदेश में कुछ समय पहले 4 संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी हुई थी. इसके बाद अब दिल्ली एनआईए की टीम ने देवबंद में छापामार कार्रवाई की है. बताया जा रहा है कि यह एक्शन आधार कार्ड से जुड़े मामले में लिया गया है.

NIA Raids In Deoband: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में स्थित देवबंद में नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की टीम ने मंगलवार को छापा मारा है. छापामारी की यह कार्रवाई संदिग्ध आतंकियों के आधार कार्ड बनाने के मामले में की गई है. NIA की टीम ने आधार कार्ड बनाने वाले एक शख्स को हिरासत में भी लिया है. बता दें कि मध्य प्रदेश में 4 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था. इनकी निशानदेही पर ही एनआईए ने कार्रवाई की है.

बता दें कि मध्य प्रदेश के भोपाल में 13 मार्च को 4 संदिग्ध आतंकियों को ATS ने गिरफ्तार किया था. ये कार्रवाई ऐशबाग थाने से करीब 200 मीटर दूर फातिमा मस्जिद के पास बनी अहमद अली कॉलोनी के एक मकान पर की गई थी. यहां से 2 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया था. संदिग्धों से मिली जानकारी के आधार पर 4 अन्य को दूसरे इलाके से उठाया गया था. ATS के इस ऑपरेशन की जानकारी स्थानीय पुलिस को भी नहीं दी गई थी.

ATS के मुताबिक जिन 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. वे सभी बांग्लादेशी मूल के थे. सभी जमात-ए-मुजाहिदीन बांग्लादेश संगठन के लिए स्लीपर सेल तैयार कर रहे थे. भारत सरकार ने इस संगठन को प्रतिबंधित किया हुआ है. 'आजतक' से फोन पर बात करते हुए ATS सूत्रों ने बताया कि पकड़े गए संदिग्ध जेहादी गतिविधियों में संलिप्त थे और स्लीपर सेल तैयार कर रहे थे, जिनके माध्यम से भविष्य में गंभीर देशविरोधी घटनाओं को अंजाम दिया जा सके.

भारी मात्रा में जेहादी साहित्य जब्त

ATS ने बताया कि आरोपियों के पास से भारी मात्रा में जेहादी साहित्य, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व संदिग्ध दस्तावेज मिले थे. आरोपी जमात-ए-मुजाहिद्दीन-बांग्लादेश (JMB) के सक्रिय सदस्य थे. जमात-ए-मुजाहिदीन-बाग्लादेश (JMB) एक आतंकवादी संगठन है, जिसके द्वारा साल 2005 में बांग्लादेश के 50 शहरों व कस्बों के 300 स्थानों पर लगभग 500 छोटे बम विस्फोट किये गए थे. साथ ही बाग्लादेश में बड़े स्तर पर नरसंहार भी किया गया था.

प्रतिबंधित है संगठन

संगठन द्वारा साल 2014 में भारत के पश्चिम बंगाल के वर्धमान में बम ब्लास्ट और साल 2018 में बोधगया में बम ब्लास्ट किया गया था. 2019 में भारत सरकार के द्वारा इसे 5 साल के लिए प्रतिबंधित संगठन घोषित किया गया है. प्रतिबंध के पश्चात JMB के सदस्यों के द्वारा भारत के विभिन्न क्षेत्रों में बेस/स्लीपर सेल तैयार करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिनसे भविष्य आतंकवादी घटनाएं कराई जा सकें. भोपाल से पकड़ा गया JMB मॉडयूल ऐसी ही एक स्लीपर सेल का हिस्सा है, जो कोई बड़ी घटना करने की फिराक में था

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