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उत्तर प्रदेश
भाकियू के जिलाध्यक्ष सहित 12 पर हुआ केस दर्ज, किसानों के मुद्दे पर कचहरी में दिया था धरना
Shantanu Roy
15 Dec 2022 10:43 AM GMT
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बड़ी खबर
मुजफ्फरनगर। विभिन्न मांगों को लेकर कचहरी में डीएम कार्यालय के समक्ष बीते दिवस धरना-प्रदर्शन करने वाले भाकियू अम्बावता के जिलाध्यक्ष शाह आलम समेत 12 पदाधिकारियों के खिलाफ नामजद व 200 कार्यकर्ताओं के खिलाफ अज्ञात में थाना सिविल लाइन में धारा 144 का उल्लंघन व धारा 188 में मुकदमा दर्ज कराया गया है, जिससे हडकम्प मच गया।
बताया जा रहा कि बीते दिवस भाकियू अम्बावता के कार्यकर्ताओं ने माइक बंद कराने पर डीएम के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया था और डीएम का तबादला कराने तक की भी धमकी दे डाली थी। यह समाचार आज प्रमुखता से प्रकाशित हुआ, तो डीएम चन्द्रभूषण सिंह ने तत्काल इस पर संज्ञान लिया और चौकी प्रभारी कचहरी सुरक्षा की तहरीर पर थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज कराया गया। बताया जा रहा है कि भाकियू अम्बावता के जिलाध्यक्ष शाह आलम समेत 12 कार्यकर्ताओं के खिलाफ सिविल लाइन थाने में धारा 144 व 188 में केस दर्ज हुआ है।
बीते दिवस डीएम ऑफिस पर बीकेयू अम्बावता का धरना था, जहां पर माइक बंद करने को लेकर हंगामा हो गया था। इस मामले में घंटों हंगामा होने के बाद सिटी मजिस्ट्रेट अनूप कुमार ने ज्ञापन ले लिया था और धरना समाप्त करा दिया था, लेकिन आज मुकदमे की कार्यवाही हुई है, जिसमें धारा 144 , 188 में जिलाध्यक्ष शाहआलम, मंडल अध्यक्ष महिला विंग आरती शर्मा, राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष फरमान त्यागी, महानगर अध्यक्ष मुजफ्फरनगर चौधरी गुलबहार, जिला उपाध्यक्ष मोहम्मद आसिफ, नगर उपाध्यक्ष मोहम्म्द शादाब, वरिष्ठ कार्यकर्ता मोहम्मद शोएब, खतौली अध्यक्ष शमीम, शाहपुर निवासी चेतराम पहलवान, जिला सचिव उबेर चौधरी, पुरकाजी ब्लाक अध्यक्ष सालिम त्यागी, नगर अध्यक्ष पुरकाजी नदीम त्यागी सहित दो सौ अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस सम्बंध में भाकियू अम्बावता के जिलाध्यक्ष शाह आलम ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए दर्ज हुए मुकदमों पर हैरानी जताई है। उनका कहना है कि यह इतना बडा मामला नहीं था, जिस पर मुकदमे दर्ज कराने की जरूरत आन पडी। उन्होंने कहा कि बीते दिवस कचहरी में डीएम कार्यालय के समक्ष किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर धरना-प्रदर्शन हुआ था, जिसमें डीएम के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट ने माइक बंद करा दिया था, लेकिन फिर उनके संगठन के राष्ट्रीय-प्रांतीय पदाधिकारी वहां पहुंचे और माइक चालू करा दिया गया था। इसके बाद धरना शांतिपूर्वक सम्पन्न हुआ और सिटी मजिस्ट्रेट ने ज्ञापन भी लिया, लेकिन आज मुकदमा दर्ज करने की कार्यवाही की गई है, जो बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
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