उत्तर प्रदेश

दंगा और कर्फ्यू की अफवाह फैलाने वाले दो यूट्यूब चैनलों पर केस, जिला प्रशासन सतर्क

Deepa Sahu
7 Jun 2022 11:27 AM GMT
दंगा और कर्फ्यू की अफवाह फैलाने वाले दो यूट्यूब चैनलों पर केस, जिला प्रशासन सतर्क
x
उत्तर प्रदेश के बरेली में धार्मिक उन्माद भड़काने के आरोप में दो यूट्यूब चैनल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

बरेली. उत्तर प्रदेश के बरेली में धार्मिक उन्माद भड़काने के आरोप में दो यूट्यूब चैनल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इसके अलावा जिला प्रशासन ने दोनों चैनलों को बंद करा दिया है. बरेली में कर्फ्यू लगने की खबरें दिखाकर ये चैनल लोगों को भ्रमित कर रहे थे.

बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण ने मंगलवार को बताया कि बरेली में कर्फ्यू और दंगे की भ्रामक खबर दिखाने वाले दो यूट्यूब चैनल से फर्जी वीडियो एवं सामग्री हटाई गई है. वहीं, धार्मिक उन्माद फैलाने एवं सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कानून के तहत उनके खिलाफ सोमवार रात थाना कोतवाली में मामला दर्ज किया गया.
आरए नॉलेज वर्ल्ड पर बरेली प्रोडक्शन यूट्यूब चैनल पर हुई कार्रवाई
यूट्यूब चैनल 'आरए नॉलेज वर्ल्ड' और 'बरेली प्रोडक्शन' पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप है. इन चैनलों ने 'बरेली में दंगा', 'शहर में लगा कर्फ्यू', 'तीन जुलाई तक धारा 144 लगी', 'बहुत बड़ी घटना' जैसे शीर्षकों के साथ एक वीडियो अपलोड किया गया था. पुलिस निरीक्षक (कोतवाली) हिमांशु निगम ने बताया कि इन खबरों में निराधार और असत्य तथ्यों को दिखाकर शहर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई है और तर्कहीन बयान भी दिए गए, जिससे लोग भ्रमित हुए.

बरेली के जिलाधिकारी ने कही ये बात
वहीं, बरेली के जिलाधिकारी शिवाकांत ने कहा कि बरेलीवासी धार्मिक उन्माद फैलाने वाले लोगों की बातों से सामान्य तौर पर गुमराह नहीं होते हैं, लेकिन जिला प्रशासन सतर्क है.
बता दें कि कानुपर हिंसा के बाद यूपी के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने सभी जिलों के आला अधिकारियों के साथ वीसी की थी. इस दौरान उन्‍होंने साफ तौर पर आदेश दिया था कि किसी भी छोटी से छोटी सूचना या अफवाह को गंभीरता से लें. इसके साथ उन्‍होंने माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्‍ती बरतने के आदेश दिए थे. वैसे बरेली में भाजपा की राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्‍मद के खिलाफ दिए गए बयान के बाद समुदाय विशेष के लोगों में आक्रोश है. वहीं, कानपुर पुलिस ने सोमवार को हिंसा के मामले में कथित रूप से सोशल मीडिया पर फर्जी और भड़काऊ सामग्री डालने के आरोप में आठ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. पुलिस के मुताबिक, इन लोगों ने फेसबुक और ट्विटर पर फर्जी और भड़काऊ सामग्री को पोस्‍ट किया था.


Next Story