उत्तर प्रदेश

Gaziabad पूर्व विधायक और बेटे पर दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का केस, मसूरी के रहने वाले व्यक्ति ने जमीन कब्जाने की कोशिश का भी आरोप लगाया

SANTOSI TANDI
7 Oct 2023 6:09 AM GMT
Gaziabad पूर्व विधायक और बेटे पर दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का केस, मसूरी के रहने वाले व्यक्ति ने जमीन कब्जाने की कोशिश का भी आरोप लगाया
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बेटे पर दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का केस, मसूरी के रहने वाले व्यक्ति ने जमीन कब्जाने की कोशिश का भी आरोप लगाया
उत्तरप्रदेश मसूरी पुलिस ने पूर्व विधायक असलम चौधरी, उनके बेटे और 25 अज्ञात लोगों के खिलाफ दो करोड़ की रंगदारी मांगने और जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिश का केस दर्ज किया है. मसूरी निवासी अदील यामीन ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत दी थी. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
अदील यामीन उर्फ राजा दीवान ने एफआईआर में कहा है कि डासना के रोहन एनक्लेव में रहने वाले पूर्व विधायक असलम चौधरी दबंग प्रवृत्ति का है. अपने रसूख और दहशत के चलते वह गरीब और सीधे-साधे लोगों की जमीन हड़प लेते हैं. इन्हीं आपराधिक कार्यों के चलते पुलिस उन पर गैंगस्टर और हिस्ट्रीशीटर जैसी कार्रवाई हो चुकी है. अदील यामीन के मुताबिक असलम चौधरी और उनका बेटा शाहनवाज झूठे केस में जेल भिजवाने और और हत्या कराने की धमकी देकर उनकी पुश्तैनी जमीन हड़पने की फिराक में लगे हैं. इसी क्रम में छह जुलाई की रात को शाहनवाज अपने साथ गांव नाहल निवासी उमरी और 25 अज्ञात लोगों को लेकर उनकी पुश्तैनी जमीन पर कब्जा करने पहुंच गया. सूचना मिलते ही वह अपने भाइयों के साथ जमीन पर पहुंचे और पुलिस बुला ली. अदील यामीन का कहना है कि पुलिस को आता देख शाहनवाज अपने साथियों के साथ मौके से फरार हो गया.
हत्या की धमकी दे रहे आरोपी अदील यामीन का कहना है कि सात जुलाई को हुई घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई.
पुलिस के आने पर भागते वक्त शाहनवाज और उमरी ने भविष्य में जमीन कब्जाने और अड़ंगा लगाने पर हत्या कर लाश नहर में फेंकने की धमकी भी दी. अदील यामीन का आरोप है कि जमीन के बदले में आरोपियों द्वारा उनसे दो करोड़ रुपये रंगदारी की मांग की जा रही है. बात न मानने पर परिवार की हत्या की धमकी दे रहे हैं.
शिकायत फाड़कर फेंकी अदील यामीन का कहना है कि उन्होंने मसूरी थाने में पूर्व विधायक, उनके बेटे और अन्य आरोपियों के खिलाफ शिकायत दी तो पुलिस ने जांच के नाम पर टरका दिया. 28 अगस्त को वह कार्रवाई के संबंध में जानकारी करने थाने पहुंचे तो पुलिसकर्मियों ने उनकी शिकायत फाड़कर फेंक दी. आरोपियों द्वारा लगातार धमकी दिए जाने पर पीड़ित ने पुलिस आयुक्त से गुहार लगाई, तब जाकर मसूरी पुलिस ने केस दर्ज किया.
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