उत्तर प्रदेश

बैनामा खारिज कराने के लिए वादी नहीं मिल रहा

Admin Delhi 1
7 July 2023 7:21 AM GMT
बैनामा खारिज कराने के लिए वादी नहीं मिल रहा
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गाजियाबाद न्यूज़: भूड़भारत नगर में भूमाफिया द्वारा दस माह पहले बेची गई इस जमीन की किसी को भनक तक नहीं लगी. अचानक मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में आने पर उन्होंने तत्काल इसकी जांच कराई. जमीन का बैनाम सदर तहसील में कराया गया. मामले में फर्जीवाड़ा पकडे़ जाने के बाद प्रशासन अब कराए गए बैनामे को खारिज कराने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए सभी दस्तावेज तैयार कर लिए गए हैं. सिविल कोर्ट में बैनाम खारिज कराने के लिए ड्राफ्ट तैयार हो चुका है. अब इस बैनामे में प्रशासन को ओर से वादी कौन बनेगा यानी न्यायालय में वाद किसकी ओर से डाला जाएगा यह तय नहीं हो पा रहा है. इस मामले में जो भी वादी होगा उसे हर तारीख पर अदालत में आना होगा. इसे लेकर अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक अपने पांव पीछे खींच रहे हैं. उप जिलाधिकारी सदर का तबादला हो चुका है. सदर तहसील के तहसीलदार भी नए आए हैं. अमीन व पटवारी भी वादी बनने को तैयार नहीं है. एसडीएम विनय कुमार सिंह का कहना है कि इस मामले में शासकीय अधिवक्ता की राय ली जा रही है.

ये है मामला

विजयनगर के भूड़भारत नगर में भूमाफिया ने जिस पर आबादी बसी हैं उस जमीन का बैनामा कराया. करीब 18,710 वर्ग मीटर जमीन 17 अगस्त 2022 को मजीद पुत्र अब्दुल अजीज निवासी 12 ग्राम अर्थला मोहन नगर ने सेमटेक एसोसिएट्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक समीर मलिक निवासी हबीब कॉलोनी जस्सीपुरा गाजियाबाद को 10 करोड़ 50 लाख रुपये में बेच दी. इस खरीद फरोख्त में ओमपाल और नीरज गर्ग ने गवाही देने का काम किया.

आरोपी गिरफ्त से बाहर

इस मामले में चारों आरोपी समीर मलिक, मजीद, ओमपाल और नीरज गर्ग पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. बताया गया कि भनक लगते ही आरोपी फरार हो गए. पुलिस अब उनके घर और ऑफिस में दबिश दे रही है. डीसीसी सिटी निपुण अग्रवाल का कहना है कि पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इस साजिश में और कौन-कौन शामिल हैं.

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