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लखनऊ। गाजीपुर थानाक्षेत्र अन्तर्गत साइबर ठगों ने एक युवक के मोबाइल पर एनी डेस्क ऐप डाउनलोड करा कर खाते से एक लाख रुपये की रकम उड़ा दी। ठगे जाने पर पीड़ित ने गाजीपुर कोतवाली से शिकायत की है।। उधर विकासनगर में जालसाजों ने टैक्सी बुकिंग के नाम पर एक युवक के खाते से 99 हजार रुपये पार कर दिए है। हालांकि, दोनों ही मामलों में पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए साइबर क्राइम यूनिट को जांच सौंप दी है।
गाजीपुर थानाक्षेत्र के मानस विहार, कुर्मांचल नगर निवासी मोहम्मद रहमतुल्लाह सिद्दीकी के मुताबिक, उनका बैंक ऑफ बड़ौदा की गोला गोकरननाथ लखीमपुर की शाखा में बचत खाता था। पांच साल पहले उन्होंने निशातगंज की शाखा में खाते को ट्रांसफर किया था। बीते 01 जनवरी को उनके खाते से 1975 रुपये कट गए थे, मैसेज आने पर उन्हें इस बात की जानकारी हुई थी। आरोप है कि जब वह जानकारी लेने बैंक पहुंचे तो पूछने पर बैंककर्मियों ने उन्हें गोला ब्रांच से संपर्क करने की सलाह दी गई।
गूगल सर्च पर उन्होंने बैंक ऑफ बड़ौदा की गोला शाखा की खोजबीन की। तभी उन्होंने बैंक की वेबसाइट पर एक नंबर मिला। उस नंबर पर सम्पर्क करने पर उनकी बात अमित कुमार से हुई और जोकि स्वयं को बैंककर्मी बताने लगा। इसके बाद जालसाज ने उनके मोबाइल पर एनीडेस्क ऐप डाउनलोड़ करवाया लिया। इसकी मदद से उसने खाते से 01 लाख 34 हजार की रकम पार कर दी। रुपयों की निकासी का मैसेज आने पर उन्हें साइबर ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद पीड़ित ने गाजीपुर कोतवाली पुलिस ने साइबर ठगी का मुकदमा दर्ज करवाया है।
टैक्सी बुकिंग का झांसा देते हुए खाते से उड़ाए 99 हजार
विकासनगर थानाक्षेत्र अन्तर्गत शेखपुरा निवासी रवि वर्मा के मुताबिक, बीती 07 जनवरी को वह टैक्सी बुकिंग के लिए गूगल सर्च की मदद ले रहे थे। तभी उन्होंने एक वेबसाइट विजिट की और वहां उन्हें एक बुकिंग का एक ऑप्शन मिला। जहां एडवांस बुकिंग के लिए उन्हें 101 रुपये का भुगतान करना था। पीड़ित ने अपने क्रेडिड कार्ड की मदद से पमेंट किया लेकिन ट्रांसजेक्शन फेल हो गया। इस प्रक्रिया के बीच एक जालसाज ने उन्हें कॉल की और एक मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड़ करवाई। इसके बाद जालसाज ने उनके खाते से 99 हजार रुपये की रकम पार कर दी। रुपयों की निकासी का मैसेज आने पर उन्होंने विकासनगर कोतवाली में शिकायत दी। विकासनगर प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर साइबर क्राइम सेल को जांच सौंप दी है।