- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- बिल्डरों ने इमारतों की...
नोएडा न्यूज़: शाहबेरी की खतरनाक 72 इमारतों में से 22 में आंशिक तोड़फोड़ की गई है. इन इमारतों के दो से तीन मंजिल बिल्डरों ने गिरा दिए हैं. बिल्डरों ने करीब 12 इमारतों में लगी ग्रेनो प्राधिकरण की सील तोड़कर किरायेदार रख दिए. अब प्राधिकरण की टीम इन इमारतों को खाली कराने के साथ ही फिर सीलिंग कर रही है.
ग्रेनो प्राधिकरण की एसीईओ अमनदीप डुली ने बीते 13 फरवरी को आदेश जारी किया कि आईआईटी दिल्ली की रिपोर्ट में बताई गई खतरनाक 72 इमारतों को गिरा दिया जाए. इनके गिराने का शेड्यूल तय कर दिया जाए. यह भी कहा कि ध्वस्तीकरण से पहले जन सामान्य को जागरूक करने के इसकी सूचना जारी की जाए. इससे लोगों को जानकारी मिल सकेगी. प्राधिकरण ने अभी कोई शेड्यूल नहीं बनाया है.
हादसे की आशंका को कम किया हालांकि इस आदेश के बाद कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई, लेकिन आंशिक तोड़फोड़ जरूर हुई है. अधिकारियों के मुताबिक, खतरनाक इमारतें पांच से छह मंजिला हैं. इनमें रहना खतरनाक है. कार्रवाई के दबाव में बिल्डरों ने तोड़फोड़ की है. खतरनाक 22 इमारतों के दो से तीन फ्लोर तोड़ दिए हैं. यह काम करीब छह माह से एक साल के भीतर हुआ है. दो-तीन फ्लोर कम होने से इन खतरनाक इमारतों में हादसे की आशंका कुछ कम हुई है.
सील तोड़ किरायेदार रखे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम शाहबेरी पहुंची और जिन इमारतों की सील तोड़ी गई, उनको चिह्नित किया. उनमें निशान लगाए. साथ ही वहां रह रहे किरायेदारों को निकाला ताकि किसी तरह से हादसे से बचा जा सके. बताया जाता है कि बिल्डर खुद आगे नहीं आता है बल्कि बिचौलिये के जरिये इमारतों को किराये पर उठाता है.