उत्तर प्रदेश

गोलमाल का भंडाफोड़, रास्ते में बदल गईं आंबेडकर यूनिवर्सिटी की कापियां, ड्राइवर के बैग में मिली कई मार्कशीट और डिग्री

Renuka Sahu
28 Aug 2022 2:57 AM GMT
Breakup busted, copies of Ambedkar University changed on the way, many marksheets and degrees found in drivers bag
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फाइल फोटो 

आंबेडकर विवि की कापियां बीच रास्ते में बदल रही हैं। इस सूचना पर पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को कापियां ले जाने वाले टेंपो चालक को धर दबोचा।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आंबेडकर विवि की कापियां बीच रास्ते में बदल रही हैं। इस सूचना पर पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को कापियां ले जाने वाले टेंपो चालक को धर दबोचा। विवि के अधिकारी और कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई। टेंपो चालक के पास कई मार्कशीट, डिग्रियों की फोटोकापी बरामद की गई हैं। इस समय विवि की सेमेस्टर परीक्षाएं चल रही हैं। विवि से परीक्षा केंद्र और यहां से दोबारा विवि की एजेंसी तक कापियां लाने और ले जाने के लिए गाड़ियां लगाई गई हैं। इनमें टेंपो भी शामिल हैं।

सेंट जोंस कालेज से टेंपो चालक कापियां लेकर एजेंसी ले जा रहा था। इसी दौरान विवि को रास्ते में कापियां बदलने की खबर लगी। विवि ने पुलिस को सूचना दी। इस पर एसपी सिटी विकास कुमार, एएसपी हरीपर्वत सत्यनारायण ने पुलिस बल के साथ टेंपो चालक को पकड़ लिया। दोपहर में पुलिस के अधिकारी ड्राइवर को लेकर विवि पहुंच गए। विवि के अधिकारियों और कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई। फिलहाल मामले की पुष्टि नहीं हो पाई है। ड्राइवर पुलिस की हिरासत में है।
बाहरी क्यों कर रहे गोपनीय काम
पुलिस की टीम मामले की तह तक जाने में लगी है। हालांकि एक सवाल पुलिस को परेशान कर रहा है। वो यह कि विवि अति गोपनीय काम बाहरियों से क्यों करा रहा है। जबकि इसमें विवि के स्थाई कर्मचारियों को ही लगाना चाहिए। कापियां लाने और ले जाने के लिए भी गाड़ियों के साथ स्थाई कर्मचारी और सुरक्षा गार्ड भेजने की व्यवस्था रही है।
कुलपति को मिली थी गुप्त जानकारी
सेंट जोंस में बीएएमएस की परीक्षाएं चल रही है। इसलिए नकल माफिया की निगाह इस परीक्षा पर है। इसकी तगड़ी बुकिंग हुई है। सूत्रों की मानें तो कुलपति को रास्ते में कापियां बदलने की गोपनीय जानकारी मिली थी। चूंकि मामला आपराधिक था, इसलिए कुलपति ने पुलिस को खबर की थी। पुलिस ने अपने हिसाब से टेंपो चालक को पकड़ लिया।
बैग से मार्कशीट और डिग्रियां बरामद
पुलिस की जांच में टेंपो चालक के बैग से तमाम मार्कशीट और डिग्रियों की फोटोकापी मिली हैं। ड्राइवर के मोबाइल में भी कई मार्कशीट की प्रतियां पाई गई हैं। इनमें कुछ संदिग्ध प्रतीत होती हैं। यानि टेंपो चालक कुछ-न-कुछ गड़बड़ी करता जरूर है। हालांकि शनिवार को लाई गईं कापियां नहीं बदल पाई हैं। कैच नंबरों के मिलान के बाद कापियां ठीक पाई गईं।
इस बारे में आंबेडकर विवि के पीआरओ, प्रो. प्रदीप श्रीधर ने कहा कि विवि को कापियां बदलने संबंधी सूचना मिली थी। इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस अपने स्तर से जांच कर रही है। विवि भी जांच में जुटा है।

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