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बड़ी खबर
प्रतापगढ़। थाना महेशगंज के ग्राम लोचनगढ़ के पास बडी नहर में एक व्यक्ति का शव मिला था। इस संबंध में मृतक की पत्नी की तहरीर के आधार पर थाना महेशगंज पर मु0अ0सं0 240/22 धारा 302, 364, 201 भादवि बनाम अज्ञात, का अभियोग पंजीकृत किया गया था। पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ सतपाल अंतिल द्वारा उक्त घटना के सफल अनावरण व सम्बन्धित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु दिये गये निर्देश के क्रम में विवेचना के दौरान मुखबिर की सूचना पर शनिवार को थानाध्यक्ष महेशगंज उ0नि0 प्रमोद कुमार सिंह मय हमराह द्वारा, थाना लालगंज के सोनारन का पुरवा गांव के पास से 01 अभियुक्त अखिलेश यादव उर्फ रिंकू पुत्र हरिनाथ यादव नि0 ग्राम सोनारन का पुरवा ढिंगवस थाना लालगंज जनपद प्रतापगढ़ को घटना में प्रयुक्त एक अदद मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त ने बताया कि मैं दिनांक 26.09.2022 को अपने साथी के साथ मिलकर एक व्यक्ति़ की हत्या कर दी थी तभी से मैं अपना मोबाइल बन्द कर बाहर भाग गया था। मेरे साथी भारत लाल यादव पुत्र नंद लाल यादव नि0 ग्राम उधमपुर थाना महेशगंज जनपद प्रतापगढ़ की मेरे गांव के पास गौशाल है। जहां हम लोग बैठकर शराब पीते थे, भरतलाल यादव मृतक की लड़की से बातचीत करता था व उसके घर आता जाता था जिसे मृतक ने देख लिया था और गाली गलौज कर डांट कर भगा दिया था इसी बात से क्षुब्ध होकर मेरा साथी शराब पीकर अक्सर कहता था मृतक मेरे बीच का रोड़ा है मैं इसे खत्म कर दूंगा। दिनांक 26.09.2022 को लगभग 05ः00 बजे शाम को मैं, भारत लाल की गौशाल में शराब पीने के लिए पहुंचकर उसका इंतजार कर रहा था कि थोड़ी देर बाद भारत लाल यादव मृतक के साथ गौशाल में आया जहां मैं पहले से एक तख्त पर बैठा था वहीं मृतक भी बैठ गया।
भारतलाल ने मृतक से कहा कि अपनी लड़की की शादी मुझसे कर दो जिस पर वह क्रोधित होकर उसे गाली देने लगा तो भारत लाल यादव ने मृतक को तख्त से नीचे झटककर गिरा दिया और मुझसे कहा की मृतक का पैर पकड़ो आज मैं इसे मार डालूंगा कहते हुए हम दोनो ने मिलकर मार दिया। मैं घबराकर वहां से भाग कर कुछ दूर एक खेत में डर के बैठ गया फिर थोडी देर बाद मैनें भारत को फोन कर कहा कि यह क्या मुझसे करवा दिये हम दोनो फस जायेंगे और फोन काट दिया तो भारत लाल ने मुझे फोन कर समझाने लगा कि परेशान न हो हम लोग मृतक की लाश को ठिकाने लगा देगें। तुम भी गौशाल में आ जाओ लेकिन मैं देर तक उधर नहीं गया, समय लगभग 08ः00 बजे मेरे पास भारत के भाई बद्री यादव उर्फ विशाल यादव का फोन आया और कहा कि परेशान न हो तुम और भारत वहीं आसपास रहकर निगरानी करते रहो तो मैं फिर से गौशाला गया जहां भारत लाल मुझे मिला व लाश को कोने में रखकर कपड़े से ढ़क दिया था । फिर योजना के तहत भारत लाल ने मुझसे कहा कि तुम यहीं घूमफेर कर निगरानी करो मैं मृतक के घरवालों के साथ ढूढवाने का नाटक करता हूं । उसके बाद हम लोग आपस में फोन से एक दूसरे से बातचीत कर लोकेशन लेते देते रहे व मौका पाकर मैं और भारत मृतक की लाश के मुंह में उसका गमछा बांधकर गौशाला से निकालकर खेत में रख दिये और भारत मृतक के घर की तरफ चला गया और मैं निगरानी करता रहा देर रात्रि बद्री यादव अकेले आया और लाश को अपने कंधे पर रखकर खेत से होेते हुये हारनाहर से भगौतीगंज जाने वाली पक्की सड़क की ओर चल दिया और मैं पीछे से निगरानी करता रहा, थोड़ी देर बाद पक्की सड़क से कुछ दूर पहले एक मोटरसाइकिल सवार हारनाहर की तरफ से आया तो बद्री ने मुझसे कहा तुम यहीं वापस जाओ और भारत को बता दो कि गौशाला कि तरफ चला आये। लाश को मोटर साइकिल पर रखकर भगौतीगंज की तरफ उस व्यक्ति के साथ चला गया जिसे मैं नहीं जानता हूं।
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