उत्तर प्रदेश

जीत हासिल करने के लिए भाजपा ने यूपी में जाट कार्ड

Shantanu Roy
25 Aug 2022 2:18 PM GMT
जीत हासिल करने के लिए भाजपा ने यूपी में जाट कार्ड
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बड़ी खबर
मेरठ। मिशन 2024 में जीत हासिल करने के लिए भाजपा ने यूपी में जाट कार्ड खेल दिया है। मुरादाबाद के जाट नेता और MLC भूपेंद्र सिंह चौधरी अब भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष होंगे। ऐसे में भाजपा से नाराज त्यागी अगर चुनाव से पहले पार्टी से छिटक गए तो वेस्ट यूपी का किला भेदना भाजपा के लिए टेढ़ी खीर होगी। इसलिए पार्टी जाटों को साधना चाहती है। ताकि त्यागी वोट बैंक जाने से जो नुकसान हो उसकी भरपाई हो सके। किसी जाट नेता को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाने का बड़ा कारण वेस्ट यूपी की वो 7 लोकसभा सीटों को जीतना है। जिन्हें 2019 के चुनाव में भाजपा ने गंवा दिया। कृषि कानून से नाराज किसानों को मनाने के लिए पार्टी ने जाट चेहरे पर यह बड़ा दाव चला है। 2012 में पश्चिम यूपी के क्षेत्रीय अध्यक्ष रहे हैं। छह सालों से पंचायती राज मंत्री है।
सपा के वक्त 2016 में एमएलसी भी बने। सुनील बंसल के करीबी माने जाते हैं, ये सभी समीकरण वो हैं जो जाटों में भूपेंद्र सिंह के प्रभाव को दिखाते हैं। जिसका रिजल्ट पार्टी को 2024 में मिलेगा।पार्टी इस डैमेज कंट्रोल के लिए जाटों को प्राथमिकता दे रही है। उपराष्ट्रपति पद पर जाट चेहरा लाना, अब प्रदेश अध्यक्ष जाट बनाने के पीछे भाजपा का मकसद उस डैमेज को कवर करना है। वेस्ट यूपी के वरिष्ठ पत्रकार शादाब रिजवी कहते हैं बीजेपी इसी वेस्ट यूपी में कमजोर है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने वेस्ट यूपी में सीधे सीधे 7 सीटें हारी हैं। इसमें बिजनौर, नगीना, सहारनपुर, संभल, मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा शामिल है। सभी जाट बाहुल्य क्षेत्र हैं। जहां बीजेपी की कमजोर कड़ी है।
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