उत्तर प्रदेश

भाजपा ने छह नामों से साधे कई सियासी समीकरण

Admin Delhi 1
4 April 2023 11:30 AM GMT
भाजपा ने छह नामों से साधे कई सियासी समीकरण
x

लखनऊ न्यूज़: भाजपा ने मनोनयन कोटे के छह नामों के जरिए कई समीकरण साधने का प्रयास किया है. सूची में तारिक मंसूर का नाम शामिल करके पार्टी ने सबको चौंका दिया है.

2014 से अब तक हुए लोकसभा और विधानसभा चुनावों में एक भी मुस्लिम चेहरे पर दांव न लगाने वाली पार्टी द्वारा मंसूर को परिषद के लिए नामित करके अपने बदलते एजेंडे को रेखांकित किया है. इसे पार्टी की पसमांदा मुस्लिमों को लेकर चलाई जा रही मुहिम से जोड़कर देखा जा रहा है. इसके साथ ही अगड़े, पिछड़े और दलितों को भी साधने का प्रयास किया गया है. भाजपा ने पहले दिलीप पटेल को काशी क्षेत्र का क्षेत्रीय अध्यक्ष और अब रामसूरत राजभर का नाम मनोनयन कोटे की लिस्ट में शामिल कर अपने सहयोगी अपना दल (एस) को संदेश देने के साथ ही पूर्वांचल के राजभर वोटों को भी साधने का प्रयास किया है. फिलहाल इन वोटों पर सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर का खासा प्रभाव माना जाता है. रजनीकांत माहेश्वरी का नाम भेजकर अपने कोर वोटर वैश्यों को साधने की कोशिश की गई है. इसे किसी वैश्य को क्षेत्रीय अध्यक्ष न बनाए जाने की भरपाई के रूप में भी देखा जा रहा है. हालांकि वैश्य वर्ग में माहेश्वरी समाज की संख्या काफी सीमित है.

वहीं लालजी प्रसाद निर्मल के रूप में दलित को अब विधान परिषद भेजे जाने की कवायद पार्टी के दलित एजेंडे पर आगे बढ़ने की कवायद माना जा रहा है.

भाजपा संगठन में काम करने का लंबा अनुभव. करीब छह साल से अधिक ब्रज क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष रहे.

पीएम के बेहद करीबी और रामजन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र के पुत्र हैं. बैंकिंग क्षेत्र में काम करने का अनुभव.

प्रशासनिक अधिकारी रहे हैं. अंबेडकर सभा के अध्यक्ष. राज्य अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के चेयरमैन हैं.

कई लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं. 2017 में फूलपुर पवई सीट से निर्दलीय लड़े और हार गए.

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति हैं. आजाद ख्याल और उदारवादी माने जाते हैं.

पीएम के निर्वाचन क्षेत्र काशी के जिलाध्यक्ष हैं. पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के काफी करीबी माने जाते थे.

Next Story