उत्तर प्रदेश

योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी में BJP, तैयारियां पूरी, 3000 पुलिसकर्मी रहेंगे तैनात

jantaserishta.com
22 March 2022 3:03 AM GMT
योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी में BJP, तैयारियां पूरी, 3000 पुलिसकर्मी रहेंगे तैनात
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लखनऊ: यूपी की राजनीति में 37 साल बाद, लगातार दूसरी बार किसी पार्टी ने सत्ता हासिल की है. इसके लिए योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार सीएम पद की शपथ लेंगे. 25 मार्च 2022 को शाम 4 बजे, अटल बिहारी वाजपेयी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में होने वाले इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और कई बीजेपी राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे.

यूपी विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के साथ लौटे योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण को ऐतिहासिक बनाने के लिए बीजेपी जुट गई है. इसके लिए पार्टी स्तर से पत्र भी भेजा गया है. शपथ ग्रहण समारोह में आने वालों को अपने वाहनों पर पार्टी का झंडा लेकर आने को कहा गया है. सभी आगंतुकों के लिए आमंत्रण पत्र या प्रवेश पत्र की व्यवस्था होगी, जिसे जिला स्तर पर ही उपलब्ध कराया जाएगा.
वहीं प्रशासन की ओर से 60 हजार से अधिक की भीड़ को देखते हुए तैयारियां की जा रही हैं. हालांकि भाजपा कार्यकर्ताओं के उत्साह को देखते हुए यह संख्या और ज़्यादा हो सकती है. महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने भी तैयारियों को लेकर वर्चुअल बैठक की. पार्टी स्तर से एक पत्रक भी भेजा गया है.
दो घंटे तक मंदिरों में बजेंगे घंटे
भाजपा के प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ल की ओर से जारी दिशानिर्देशों के मुताबिक लखनऊ में आयोजित होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में प्रदेश के सभी जिलों, मंडल और शक्ति केंद्रों तक के कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया गया है. इसके लिए बाकायदा जिला अध्यक्षों को निर्देश दिए गए हैं कि वह सूची बनाकर प्रदेश मुख्यालय में भेजें, ताकि उसी अनुसार व्यवस्थाएं की जा सकें. भाजपा के निर्देश के मुताबिक तय हुआ है कि जिस दिन शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा, उस दिन सुबह आठ बजे से लेकर दस बजे तक प्रदेश के सभी शक्ति केंद्र स्तर पर कार्यकर्ता अपने-अपने इलाके के मंदिरों में लोक कल्याण के लिए पूजा-अर्चना करेंगे. भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी के मुताबिक भारतीय हिंदू सनातन परंपरा में किसी भी शुभ कार्यक्रम से पहले पूजा-अर्चना तो होती ही है, फिर योगी आदित्यनाथ का शपथ ग्रहण जैसा पुनीत कार्यक्रम हो तो कार्यकर्ता मंदिरों में लोक कल्याण के लिए पूजा-अर्चना करेंगे ही.

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