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विजेता के रूप में उत्तर दायित्व का निर्वहन जानती है भाजपाः सीएम योगी
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में दो तिहाई बहुमत के बाद यूपी में पहली बार किसी ने पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा कर दोबारा सरकार बनाई। विजेता के रूप में कार्य कैसे होना चाहिए, यह भाजपा अच्छी तरीके से जानती और करती है। दो उपचुनाव (आजमगढ़ व रामपुर लोकसभा क्षेत्र) में भी कार्यकर्ताओं के परिश्रम से भाजपा ने दोनों सीटें जीतीं औऱ विजेता की भूमिका को बरकरार रखा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति बैठक का उद्घाटन करने के उपरांत यह बातें कहीं।
सीएम ने कहा कि प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में फिर उपस्थित हुए हैं तो गुजरात में भाजपा की ऐतिहासिक विजय (सातवीं बार) नए उत्साह व उमंग के लिए प्रेरित करती है। विजेता के रूप में उत्तर दायित्वों का निर्वहन करते हुए कैसे कार्य किया जाना चाहिए, यह फिर हमारे सामने है।
मई 2022 में जब हम प्रदेश कार्यसमिति के अवसर पर मिले थे तो हमारे सामने यूपी में विजय का उत्साह था तो जिम्मेदारियों के निर्वहन का भी था।
हर घर तिरंगा लगाकर आजादी के वास्तविक उत्सव को किया चरितार्थ
सीएम ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष कार्यक्रम में हम सभी जुड़े थे। 1947 का उत्सव शायद हममे से किसी ने नहीं देखा था, लेकिन आजादी का मतलब क्या होता है। यह पीएम मोदी के नेतृत्व में 140 करोड़ के भारत ने जुड़कर हर घर तिरंगा लगाकर आजादी के वास्तविक उत्सव को चरितार्थ किया था। हर भारतवासी का आजादी के उत्सव के साथ जुड़ना महोत्सव को कई गुना अधिक रोमांचित बना दिया। 8 वर्ष में पीएम मोदी के नेतृत्व में जो भी मानक गढ़े गए, उसके परिणाम दिखाई दिए। जिस ब्रिटेन ने 200 वर्ष तक भारत पर शासन किया था, उसे पछाड़कर भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना, शीघ्र ही चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाला है। जब कोरोना के सामने बड़ी ताकतें पस्त हो गईं, तब सबसे तीव्र अर्थव्यवस्था के रूप में भारत लोकतांत्रिक मूल्यों का संरक्षण करते हुए बढ़ रहा है। दुनिया भारत की तरफ कौतूहल से देख रही है। दुनिया में जहां भी संकट आ रहा है, लोगों की निगाहें पीएम मोदी पर विश्वास की तरफ देख रही है।
वैश्विक नारा बन चुका-मोदी है तो मुमकिन है
सीएम ने कहा कि मोदी है तो मुमकिन है, आज केवल भारत का नहीं, बल्कि वैश्विक नारा बन चुका है। जी-20 की अध्यक्षता उदाहरण के रूप में सबके सामने है। पीएम मोदी ने जी-20 के आयोजन के साथ सभी नागरिकों को जोड़ने का कार्य किया। यूपी के लखनऊ, वाराणसी, आगरा और गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) में जी-20 से जुड़े 11 समिट होने हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में जी-20 दुनिया में वैश्विक समृद्धि, लोककल्याण व मानव कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करने जा रही है। भारत के सामर्थ्य को दुनिया के सामने दिखाने का अवसर प्राप्त हो रहा है।
हमारा सौभाग्य कि पीएम व रक्षा मंत्री करते हैं यूपी से प्रतिनिधित्व
सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश को हमने कर्म साधना के रूप में चुना है। हमारा सौभाग्य है कि संसद में पीएम मोदी व रक्षा मंत्री यूपी से प्रतिनिधित्व करते हैं। यूपी का सामर्थ्य व असीम संभावनाएं हमारी उपलब्धि है। आजादी का अमृत महोत्सव में पीएम ने देशवासियों को संकल्प दिलाया था कि जब देश आजादी का शताब्दी महोत्सव मनाएगा तब तक की व्यापक कार्ययोजना बनाकर कार्य करेंगे। 25 वर्ष की अमृत काल की कार्ययोजना के लिए पीएम ने पंच प्रण की याद दिलाई थी। गुलामी को सर्वथा समाप्त, विरासत का सम्मान, रुढिगत परंपराओं को समाप्त करने की बात कही। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के स्मारक बनाए गए, जीवनी पर लिखा गया। गांव-स्कूल में कार्यक्रम चले, हर घऱ पर तिरंगा फहराया गया। वैश्विक मंच पर 21 जून को योग दिवस, प्रयागराज के कुंभ को मान्यता, काशी विश्वनाथ धाम पूरी दुनिया को आकर्षित करती है। 500 वर्षों के बाद अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण विरासत का सम्मान है। परंपराओं को अंगीकार करते हुए हम बढ़ रहे हैं।
भाजपा के लिए पहले देश, फिर दल हित
सीएम ने कहा कि भाजपा ही एकमात्र पार्टी है, जिसके लिए पहले देश, फिर दल हित है। मेरा हित सबसे पीछे की भावना है। विकसित भारत का निर्माण और सबको साथ लेकर चलना यह नारा नहीं, वास्तविकता है। 8 वर्ष में देश व पौने छह वर्ष में प्रदेश ने जो यात्रा प्रारंभ की है, अपने संस्थापकों व नेतृत्व के भावनाओँ के अनुरूप अपने मूल्यों व आदर्शों से विचलित हुए बिना पंच प्रणों को लेकर कार्य प्रारंभ किया। उसकी तस्वीर आज सामने है।
55 वर्ष तक शासन करने वालों को नहीं दिखे यूपी के बच्चे
सीएम ने कहा कि 1998 से गोरखपुर में सांसद के रूप में सेवा का अवसर मिला। 1999 में गोरखपुर व आसपास दिमागी बुखार से मौत की बात सामने आई। काम करने पर पता चला कि 38 जनपदों में यह बीमारी फैली है। 40 वर्ष में 50 हजार बच्चों की मौत हुई। जापान ने 1905 में दिमागी बुखार का वैक्सीन खोज निकाला और इसे नियंत्रित किया, लेकिन भारत में दिमागी बुखार का वैक्सीन आने में 100 वर्ष लगा। 55 वर्ष तक शासन करने वालों को यूपी के वह बच्चे नहीं दिखे, क्योंकि उनके एजेंडे में गरीब, किसान, मजदूर, युवा, जिनके मासूम दम तोड़ रहे थे, वह मां नहीं थी। उनके एजेंडे में जाति, मजहब था। इंसेफेलाइटिस से होने वाली 90 फीसदी मौतें अल्पसंख्यक व अनुसूचित समाज से होती थी। अटल जी की सरकार में 2004 में हमने वैक्सीन मंगाने का प्रयास किया। 2005 में पहली खेप आई तो वैक्सीनेशन प्रारंभ हुआ। भाजपा की सरकार आने के बाद पीएम मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश जहां एक डिस्ट्रिक्ट, वन मेडिकल कॉलेज की तरफ बढ़ रहा है, वहीं इंसेफलाइटिस से 95 फीसदी मौत पर भी नियंत्रित करने में सफलता मिली।
कोरोना में पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने 9 महीने में दो वैक्सीन बनाई और 220 करोड़ वैक्सीन की फ्री डोज दी जा चुकी है। कई देशों को भी फ्री वैक्सीन दी गई। स्पेनिश फ्लू से सबसे अधिक मौत भारत में हुई थी। लोग भूखमरी से भी मरे। कोरोना के दौरान फ्री राशन का डबल डोज देश में 80 करोड़ व यूपी में 15 करोड़ लोगों को मिल रहा था।
जाति-धर्म-मजहब से ऊपर उठकर बनीं योजनाएं
सीएम ने कहा कि 8 वर्ष में पीएम मोदी के नेतृत्व में एक भी योजना व्यक्ति, जाति, क्षेत्र, भाषा को ध्यान में रखकर नहीं, बल्कि पं. दीनदयाल उपाध्याय के मंत्र को अंगीकार करते हुए समाज के प्रत्येक तबके को देखकर बनाई गई। हर गरीब का जनधन खाता खुला। गरीब की कोई जाति-मजहब नहीं होता। गरीबों को उसका अधिकार मिलना चाहिए। किसान को जाति-मजहब पर नहीं बांट सकते। किसानों से जुड़ी केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ प्रत्येक तबके को बिना भेदभाव दिया गया। कोई सोचता था कि यूपी में साढ़े 45लाख गरीबों को आवास, 2.61 करोड़ गरीबों को शौचालय, फ्री में 1.74 गरीबों को रसोई गैस कनेक्शन, 1.55 करोड़ गरीबों को विद्युत कनेक्शन मिलेगा। आपके सामर्थ्य व पुरुषार्थ, पीएम मोदी व राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में सरकारें गठित हुईं तो 5 लाख नौजवानों को नौकरी मिली। हर जनपद के नौजवानों को प्रतिभा का उपयोग करने का अवसर मिला।
सुरक्षा व सुशासन के मॉडल की बदौलत यूपी आने चाहते हैं निवेशक
सीएम ने कहा कि सुरक्षा व सुशासन के मॉडल की बदौलत दुनिया का बड़ा निवेशक यूपी में आना चाहता है। 5 वर्ष में निवेश के परिणाम के स्वरूप 1.61 करोड़ नौजवानों को नौकरी व रोजगार से जोड़ा गया। ओडीओपी की ब्रांडिंग करते हुए परंपरागत उद्योगों को प्रोत्साहित किया गया। परिणाम स्वरूप रोजगार व नौकरी सृजित हुईं। एक्सपोर्ट बढ़ा। पहले लोग यूपी को बीमारू राज्य कहते थे, आज परंपरागत उद्यम से एक करोड़ 60 लाख रुपये का प्रो़डक्ट निर्यात करता है। यूपी एक्सपोर्ट प्रदेश बन गया। यूपी कृषि प्रधान प्रदेश है। सबसे उर्वरा भूमि हमारे पास है। देश की आत्मा व हृदय स्थल है। भगवान राम, कृष्ण ने यहीं जन्म लिया। बाबा विश्वनाथ धाम यहीं है। वैदिक ज्ञान को लिपिबद्ध करने की भूमि नैमिषारण्य यूपी में, मां गंगा-यमुना-संरस्वती का संगम, भागवत भूमि यूपी में। शक्तिपीठों से जुड़ी परंपरा यूपी में। जो लोग इस सामर्थ्य को नहीं समझते थे, वे कांवड़ यात्रा पर रोक लगाते थे।
सभी ने प्रभु राम मंदिर निर्माण के लिए खुद को किया समर्पित
सीएम ने कहा कि हमें विरासत पर गौरव की अनुभूति होनी चाहिए। राम मंदिर आंदोलन के समय आपमें से भी अधिकांश युवा रहे होंगे। अपनी जवानी इस आंदोलन के लिए समर्पित की। सभी के मन में यही भाव था कि प्रभु राम के मंदिर निर्माण के लिए खुद को समर्पित कर रहा हूं। कोई चाह नहीं थी कि सांसद, विधायक, मंत्री, मुख्यमंत्री बनूंगा, एक ही भाव था विजेता का। विजयी होने के भाव का परिणाम हमें मिल गया। हमने पलायन का रास्ता नहीं अपनाया। भौतिक ताकत नहीं थी, लेकिन आत्मिक ताकत थी कि मातृभूमि व प्रभु राम के लिए लड़ेंगे।