उत्तर प्रदेश

यूपी पुलिस को फंसाने की भुल्लर ने बिछाई बिसात

HARRY
20 Oct 2022 3:05 AM GMT
यूपी पुलिस को फंसाने की भुल्लर ने बिछाई बिसात
x

मुरादाबाद। जसपुर के ज्येष्ठ उप ब्लाक प्रमुख गुरताज भुल्लर यूपी पुलिस को कानूनी जाल में फंसाने की फिराक में है। भुल्लर की चाल भांप एसएसपी ने सात सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी न सिर्फ खनन के खेल में भुल्लर की भूमिका बेनकाब करेगी, बल्कि भरतपुर गांव में यूपी पुलिस को निशाना बनाने के पीछे खनन माफिया की असल मंशा की परतें भी खोलेगी। हालांकि शातिर भुल्लर ने कानून के फंदे से बच निकलने की कोशिश में अपने सियासी मोहरों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।

उत्तराखंड के भरतपुर गांव में 12 अक्टूबर की शाम खनन माफिया व यूपी पुलिस के बीच हुई मुठभेड़ की घटना ने अपने पीछे कई सवाल छोड़े हैं। सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि खनन माफिया के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को लेकर उत्तराखंड व यूपी पुलिस के बीच गहरा मतभेद है। यूपी पुलिस अपनी कार्रवाई को जहां जायज बता रही है, वहीं उत्तराखंड की पुलिस मुरादाबाद पुलिस की कार्रवाई को गैरकानूनी ठहराने पर तुली है। मतभेद दूर करने की कोशिश में ही एसएसपी मुरादाबाद ने उधमसिंह नगर के एसएसपी को पत्र लिखा।

उन सभी सवालों का एसएसपी ने सिलसिलेवार जवाब भी दिया, जिनके जरिए उत्तराखंड पुलिस ठाकुरद्वारा व एसओजी के जवानों की कार्रवाई को गलत बता रही थी। हालांकि एसएसपी मुरादाबाद के जवाब से उधमसिंह नगर के एसएसपी असंतुष्ट हैं। उनके पुराने रुख में कोई परिवर्तन नहीं है। उत्तराखंड पुलिस के अप्रत्याशित रुख के कारण ही एसएसपी हेमंत कुटियाल ने एसआईटी का गठन किया। एसआईटी के कंधे पर ठाकुरद्वारा थाने में दर्ज दो मुकदमे की विवेचना का भार है। खनन माफिया के खिलाफ पहला मुकदमा खान निरीक्षक अशोक कुमार की तहरीर पर दर्ज है तो दूसरा मुकदमा ठाकुरद्वारा थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार ने उत्तराखंड मुठभेड़ के बाद दर्ज कराया है।

एसआइटी जांच से बेपर्दा होगा भुल्लर का खेल

भुल्लर का खेल एसआईटी की जांच पूरी होने के बाद बेपर्दा हो जाएगा। भुल्लर व उसके परिवार के अतीत का पता पुलिस लगा चुकी है। अपराध की नई इबारत लिखने वाले भुल्लर परिवार के सभी सदस्यों की कुंडली तैयार है। दबी जुबान ही सही पुलिस भुल्लर को खनन माफिया का किंग बता रही है। पुलिस की मानें तो ठाकुरद्वारा एसडीएम व यूपी पुलिस पर हमले की साजिश भुल्लर व उसके परिवार के सदस्यों ने ही रची। साजिश के तहत ही भुल्लर ने अपने ही घर का डीवीआर गायब किया। पुलिस को हत्या के मुकदमे में जानबूझ कर फंसाया गया है। डीवीआर का पता लगाने की बजाय उत्तराखंड पुलिस आरोप-प्रत्यारोप के खेल में उलझी है। पूरी घटना को सियासी रंग देने की कोशिश हो रही है। सियासी रसूख के बल पर भुल्लर अपने गुनाह पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहा है।

एसडीएम व पुलिस पर हमला करने वाले खनन माफिया की हर गतिविधि पर नजर है। एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। जांच पूरी होते ही घटना में संलिप्त हर किरदार बेपर्दा होगा। कानून से खेलने वाले हर अपराधी को पुलिस सबक सिखाएगी, कोई नहीं बचेगा। हेमंत कुटियाल, एसएसपी मुरादाबाद।

HARRY

HARRY

    Next Story