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आनलाइन ठगी से रहिए सावधान, हो सकता है आपका वाट्सऐप हैक
मेरठ: आनलाइन ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इन मामलों पर पुलिस अंकुश नहीं लगा पा रही हैं। कंकरखेड़ा के एक बिल्डर का एक ऐसा ही मामला सामने आया हैं। हैकर ने उनके वाट्सएप को हैक कर लिया तथा उनके वाट्सएप पर जो भी दोस्त हैं, उनको मैसेज भेजकर प्रत्येक व्यक्ति से बीस-बीस हजार रुपये की मांग की जा रही हैं। वाट्सएप बिल्डर का हैं, लेकिन उसे ठग मोबाइल हैक कर किसी का भी वाट्सअप खुद आॅपरेट कर रहे हैं।
मोबाइल हैकिंग के लिए ऐसे-ऐसे फार्मूले उपयोग किये जा रहे, जिनको पुलिस भी सुनकर हैरान हैं। इसके लिए पुलिस को अमेरिका स्थित वाट्सएप के हेडक्वार्टर पर ई-मेल कर इसकी छानबीन कराई जा रही हैं,ताकि आॅन लाइन ठगी करने वालों पर शिकंजा कसा जा सके। किसी का भी वाट्सएप हैक करने के बाद ठग उसके दोस्तों और परिचितों से मुसीबत में फंसने का हवाला देकर रुपयों की डिमांड कर रहे हैं।
ये मामला है बिल्डर नरेशपाल का। कंकरखेड़ा स्थित डिफेंस एन्कलेव में रहने वाले नरेशपाल का चार दिन पहले वाट्सएप हैक कर लिया। इसके बाद से ही हैकर नरेशपाल के मित्रों से रुपयों की मांग कर रहा हैं। सभी से बीस हजार की मांग करता हैं, जिसके लिए एकाउंटर नंबर भी दिया जाता हैं। ये एकाउंट एचडीएफसी बैंक का दिया जा रहा हैं। हैकर से त्रस्त होकर नरेशपाल ने एसपी क्राइम के यहां पर एक तहरीर देकर इसमें कार्रवाई की मांग की हैं।
वाट्सएप हैक का मामला पहली बार सामने आया हैं, जिसमें आॅन लाइन ठगी का धंधा चल रहा हैं। ठगी करने वाला वाट्सऐप पर जो फोटो लगा हैं, उसको अपने नये नंबर पर लगाकर मैसेज भेजते हैं। ऐसा करने से लोग समझते है कि उनको नरेशपाल ने ही मैसेज भेजा हैं, जिसके चलते इस तरह से ये ठगी हो रही हैं। पुलिस के पास कुछ ऐसे भी साइबर ठगी के मामले आ रहे हैं कि किसी भी टेलीकॉम कंपनी के एजेंट बनकर भी फोन कर रहे हैं।
ऐसा करने वाले ठग लोगों से पूछते हैं- क्या आपके फोन का इंटरनेट स्लो चल रहा है? आमतौर पर लोगों को इंटरनेट धीमा चलने की शिकायत रहती है। टेलीकॉम कंपनी के दफ्तर का फोन सुनकर वे हामी भर देते हैं। इतना सुनने के बाद ठग शार्ट कोड डायल कर मोबाइल हैक कर लेते हैं। उसके बाद मोबाइल भले ही किसी के हाथ में रहे, उसका वाट्सअप ठग आॅपरेट करते हैं।
वे कहीं से भी बैठकर वाट्सअप में दोस्तों व परिचितों को मैसेज कर किसी न किसी मुसीबत में फंसने का हवाला देकर पैसे मांगते हैं। ऐसा करने वाले ठग इतने हाईटेक सिस्टम से वाट्सएप को हैक करते हैं कि उनके सिस्टम को तोड़ने के लिए अमेरिका में वाट्सएप कंपनी के हेडक्वार्टर में ई-मेल करना पड़ रहा है। इसमें भी दो से तीन दिन समय लग रहा है।उस समय तक ठग ही वाट्सएप आॅपरेट करते हैं। रायपुर में दो केस ऐसे सामने आने के बाद पुलिस अलर्ट जारी किया है।
लोगों से अपील की है कि एप या सोशल मीडिया की सेटिंग में जाकर उसे सुरक्षित करें। इससे कोई उसे हैक नहीं कर पाएगा। एसएसपी अजय यादव ने बताया कि इंटरनेट स्लो और मोबाइल धीमा चलने का झांसा देकर ठगी की जा रही है। लोगों को फोन कर शॉर्ट कोड स्टार और हैश के साथ 10 अंकों का नंबर डायल कराया जा रहा है। लोग जैसे ही नंबर डायल कर रहे हैं फोन हैक हो जा रहा है। फोन का आॅपरेटिंग कंट्रोल ठगों के पास हो जाता है। इससे सोशल मीडिया और वाट्सएप को खुद उपयोग करते है। इसलिए सभी सुरक्षित करना जरूरी है।
कैसे रहे सुरक्षित?
साइबर एक्सपर्ट के अनुसार अधिकांश लोग वाट्सएप और फेसबुक उपयोग करते हैं, लेकिन उनके फीचर को नहीं जानते हैं। वाट्सएप में सेटिंग का विकल्प होता है। उसमें अकाउंट को क्लिक करें। उसमें टू-स्टेप वेरिफिकेशन आप्शन को क्लिक करें। इसमें पीन नंबर, ई-मेल का विकल्प होता है। फिर पिन में जाकर पासवर्ड डालें और अपना मेल अपलोड करें। इससे वाट्सएप सुरक्षित हो जाएगा।
तीन-चार दिन में पासवर्ड मांगता है। उसमें पासवर्ड डाले। वाट्सएप हर तीन-चार दिन में नया पासवर्ड मांगता है। इसके जरिये, ये चेक करता है कि वाट्सएप का उपयोग आप कर रहे हैं या कोई और। अगर कोई दूसरा आॅपरेट कर रहा है तो वह पासवर्ड नहीं डाल सकेगा। इससे वाट्सएप लॉक हो जाएगा। इसी तरह फेसबुक में सेटिंग/प्राइवेंसी का विकल्प आएगा।
उसके बाद प्राइवेसी शॉर्टकट का विकल्प आएगा। उसे क्लिक करने पर अकाउंट सिक्योरिटी का विकल्प आएगा। उसमें जाकर यूज टू फैक्टर एंटीफिकेशन में जाए। उसमें एंटीफिकेशन एप का विकल्प आएगा। उसमें जाने पर पासवर्ड और ई-मेल पूछेगा। उसमें पासवर्ड और मेल एड्रेस डालिए। इससे दोनों सुरक्षित हो जाएगा।