उत्तर प्रदेश

Basti: अग्रिम भुगतान के बाद बाद भी अग्निशमन का प्रोजेक्ट अधूरा

Admindelhi1
6 Dec 2024 8:27 AM GMT
Basti: अग्रिम भुगतान के बाद बाद भी अग्निशमन का प्रोजेक्ट अधूरा
x
अग्निशमन विभाग अलग से दबाव बनाए है

बस्ती: जिला महिला अस्पताल में अग्नि से बचाव का प्रोजेक्ट अधूरा है. परियोजना की दो-दो किस्त देने के बाद भी कार्यदायी संस्था ने काम पूरा नहीं किया है. इस कारण अस्पताल अग्निसुरक्षा के मानकों के अनुसार नहीं है. कार्यदायी संस्था ध्यान नहीं दे रही है तो अस्पताल प्रशासन रिमाइंडर लिखकर परेशान है. अग्निशमन विभाग अलग से दबाव बनाए है कि कार्य को पूरा कराया जाए. इस बाबत सीएमएस महिला ने कहा कि कार्यदायी संस्था को कार्य पूरा करने के लिए पत्र भेजा गया है.

जिला महिला अस्पताल में चार ओपीडी, कार्यालय भवन के साथ प्राइवेट व सामान्य वार्ड मिलाकर दो दर्जन वार्ड हैं. प्रतिदिन 250 से 300 मरीजों की ओपीडी है. दो दर्जन से अधिक गर्भवती महिलाएं भर्ती होती हैं. एक दर्जन आपरेशन होते हैं. दो दर्जन नवजात बच्चे एसएनसीयू में भर्ती रहते हैं. प्रतिदिन अस्पताल में 400 से 500 लोग हर समय मौजूद रहते हैं. रास्ता भी अस्पताल से निकलने का बहुत सुगम नहीं है. ऐसे में आग लगने पर कभी भी बड़ा खतरा हो सकता है. इसी खतरे को भांपते हुए सरकार ने पूरे अस्पताल परिसर में अग्नि से बचाव के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया. प्रत्येक हिस्से में फायर स्मोक सेंसर लगाए गए है. सेंसर के लिए तार को बिछा दिया गया है, लेकिन मुख्य उपकरण अभी भी नहीं लगाए गए हैं. इस कारण अलार्म सिस्टम एक्टिव नहीं है.

सीएमएस ने फिर से लिखा रिमाइंडर: अधिशासी अभियंता उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद विद्युत व यांत्रिक इकाई ग्लोबल सेल नीलगिरि काम्प्लेक्स इंदिरानगर को लिखे पत्र में सीएमएस ने बताया कि जिला महिला अस्पताल में अग्निशमन बचाव का कार्य अभी भी अधूरा है. इस कार्य के लिए 16 मार्च 2023 को शासन से तथा 20 मार्च को महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं से मिले निर्देश के क्रम बजट प्राप्त हुआ. बजट और गाइड लाइन के अनुसार प्रोजेक्ट की दूसरी किस्त भी समय से 28 मार्च 2023 को भुगतान कर दी गई. धनराशि भुगतान होने के बाद भी काम नहीं होने पर मई 2024, सितम्बर 2024 में सूचित किया गया. बार-बार पत्र में यह बताया गया कि अग्नि से बचाव का कार्य अधूरा है. मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने पत्र लिखकर जल्द से जल्द कार्य को पूरा करने के लिए कहा है. इसके बावजूद भी कार्यदायी संस्था ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया.

Next Story