उत्तर प्रदेश

तीन माह का भुगतान शून्य होने पर बस्ती जिले की रैकिंग गिरकर नीचे जा पहुंची

Admindelhi1
8 April 2024 4:03 AM GMT
तीन माह का भुगतान शून्य होने पर बस्ती जिले की रैकिंग गिरकर नीचे जा पहुंची
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क्षय रोगियों के भुगतान में बस्ती सबसे फिसड्डी

बस्ती: क्षय रोगियों के भुगतान में ढिलाई बरतने पर डीएम अंद्रा वामसी ने सख्ती शुरू कर दी है. तीन माह का भुगतान शून्य होने पर बस्ती जिले की रैकिंग गिरकर नीचे जा पहुंची. इससे प्रदेशभर में बस्ती की किरकरी हुई. निचले पायदान यानी की 75वें स्थान पर होने के कारण डीएम ने सीएमओ से जवाब मांगा है. वहीं सीएमओ डॉ. आरएस दूबे ने डीटीओ से भुगतान में ढिलाई के कारण हुई विभागीय किरकिरी के बाद स्पष्टीकरण तलब किया है.

बता दें कि डीटीओ डॉ. एके मिश्र तीन माह पहले अचानक अस्वस्थ हो गए. अभी तक वह बीमारी से जूझ रहे हैं. बाद में डीटीओ का प्रभार एसीएमओ डॉ. एके गुप्ता को दे दिया गया. बताया जाता है कि दिसंबर, जनवरी और फरवरी में होने वाला भुगतान शून्य हो गया. इसके कारण बस्ती का रैंक 75वें स्थान पर खिसक गया.

वीडियो कांफ्रेसिंग में इस बात का खुलासा हुआ तो डीएम ने कड़ी नाराजगी जताई. सीएमओ से उन्होंने स्पष्टीकरण तलब किया. वहीं सीएमओ ने डीटीओ डॉ. एके गुप्ता से स्पष्टीकरण तलब किया है. स्टेट लेवल की जारी रैंकिंग में खराब स्थिति पर विभाग के लोग चिंतित हैं. हालांकि, अभी भुगतान फीसद बढ़ा है. बताया जा रहा है कि 77 प्रतिशत भुगतान से बढ़कर अब 81 प्रतिशत हो चुका है. इसमें क्षय रोगियों को प्रति माह 500 रुपये खानपान के लिए दिए जाते हैं. इसके अलावा अन्य मद का भी भुगतान फंसा हुआ था. इस साल 6920 रोगी खोजे गए हैं, जिसमें से 5235 को भुगतान जा रहा है.

सीएमओ डॉ. आरएस दूबे का कहना है कि डीटीओ को निर्देश दिए गए हैं कि भुगतान फीसद बढ़ाएं. वहीं डीटीओ ने स्पष्टीकरण में कहा है कि मुझे जब से चार्ज दिया गया है, तब से वह भुगतान प्रक्रिया को तेज कर दिए हैं.

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