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बुढ़ेरा जाहिदपुर में बुनियादी सुविधाएं तो दूर, यहां पानी तक मयस्सर नहीं
मेरठ: बुढ़ेरा जाहिदपुर शायद नगर निगम क्षेत्र का इकलौता वार्ड है, जहां बुनियादी सुविधाएं दिवास्वप्न बनकर रह गई हैं। इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि वार्ड में नगर निगम पेयजल तक उपलब्ध नहीं करा पाई है। बुढ़ेरा जाहिदपुर, हुमायूंनगर, जमना नगर मोबिन कॉलोनी, एवन कॉलोनी आदि क्षेत्रों को मिलाकर यह वार्ड बनाया गया है। नगर निगम के वर्तमान बोर्ड में यहां का प्रतिनिधित्व शौकत अली पार्षद के रूप में कर रहे हैं। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि यह वार्ड हमेशा उपेक्षा का शिकार रहा है। मिश्रित आबादी वाले इस वार्ड के अधिकांश रास्ते कच्चे और उबड़-खाबड़ स्थिति में हैं। आम आदमी पार्टी से चुनाव की तैयारी कर रहे बंटी कुमार, सुहैल खान, अयाज अंसारी, दीन मोहम्मद, सरताज आदि का कहना है कि यह वार्ड मूलभूत सुविधाओं के लिए भी तरस रहा है। इस वार्ड के जाहिदपुर क्षेत्र में कुछ साल पहले टंकी का निर्माण कराया गया था। लेकिन आज तक पाइप लाइन बिछाकर पेयजल आपूर्ति का कोई उपक्रम नहीं किया गया।
ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि वार्ड-36 शायद नगर निगम क्षेत्र का इकलौता ऐसा वार्ड है, जहां नगर निगम की ओर से पेयजल आपूर्ति की आज तक कोई व्यवस्था नहीं की जा सकी है। यहां के निवासी बताते हैं पानी के लिए अधिकतर घरों में सबमर्सिबल लगाकर अपनी जरूरतें पूरी की जाती हैं। हालांकि यह काम काफी खचीर्ला है, जिसे बस्ती के मजदूर वर्ग के लिए अफोर्ड कर पाना आसान नहीं है। इस बारे में जलकल विभाग के जेई पंकज कुमार बताते हैं कि वार्ड में पेयजल आपूर्ति के लिए अमृत योजना में प्रस्ताव भेजा गया है। ऐसे में आने वाले समय में यहां के वाशिंदे इस समस्या से निजात पा सकेंगे, इसकी कामना और उम्मीद जरूर की सकती है।
दूसरी ओर समूचे वार्ड में रास्तों के नाम पर टूटी-फूटी डगर हैं। जिन पर गिरकर राहगीर आए दिन चोटिल होते रहते हैं। जो रास्ते किसी समय बनाए गए होंगे, उन्हें जल निगम ने सीवर लाइन के लिए खोदकर बेहद खराब स्थिति में पहुंचा दिया है। वहीं कुछ इलाकों में बिछाई गई यह सीवर लाइन लोगों के लिए राहत से ज्यादा मुसीबत बन रही है। इस वार्ड का एक हिस्सा हसीन गार्डन भी है। हसीन गार्डन नाम सुनने में बड़ी खूबसूरत लगता हो, लेकिन इस बस्ती में आने के बाद यह भ्रम टूट जाता है। हसीन गार्डन के नाम पर हर तरफ टूटी और गंदे पानी से भरी हुई गलियां नजर आती हैं। यहां सीवर लाइन बिछाई जरूर गई है, लेकिन आए दिन सीवर लाइन चोक रहती है। जिस समय जनवाणी की टीम वार्ड-36 की समीक्षा के लिए पहुंची, तो देखा नगर निगम के कर्मचारी मोनू, विपिन, जीतमल सीवर लाइन को खोलकर जल निकासी के लिए जुस्तजू कर रहे थे। उन्होंने बताया यहां कनेक्टिंग चेम्बर टूट जाने के कारण समस्या बढ़ गई है इसके अलावा वार्ड में डेरियों का संचालन भी हो रहा है जिन से निकलने वाला गोबर नालियों और सीवर लाइन को अवरुद्ध करता है।
पार्षद का कथन: वार्ड-36 के पार्षद शौकत अली का कहना है कि जाहिदपुर में डामर सड़क के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में निर्माण कार्य कराए गए हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि जाहिदपुर और कुछ इलाकों में जलनिकासी की कोई व्यवस्था न होने के कारण खेतों में पानी काटना पड़ता है। साथ ही पूरे वार्ड की किसी भी कॉलोनी में नगर निगम की ओर से पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं की जा सकी है।
इसके लिए वह बराबर नगर निगम के जल कर विभाग में मांग करते आए हैं। कई बार उन्होंने इस बारे में बोर्ड बैठक में भी बात रखी है। यहां तक कि वार्ड में हैंडपंप तक लगवाने की मांग भी वह कर चुके हैं, लेकिन हैंडपंप से लेकर नलकूप बनाने जैसी कोई भी प्रक्रिया इस क्षेत्र में नहीं की जा सकती है।