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Bareilly: शहरी क्षेत्र में बिजली समस्याओं का निस्तारण फेसलेस व्यवस्था से होगा
बरेली: शहरी क्षेत्र के विद्युत उपभोक्ताओं के लिए अच्छी खबर है. उनकी समस्याओं का निस्तारण अब फेसलेस व्यवस्था से होगा. उपभोक्ताओं को सहूलियत हो इसके लिए बिजली संबंधी विभिन्न समस्याओं के लिए अलग-अलग अधिकारियों को जिम्मेदारी दी जाएगी. पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इस व्यवस्था की शुरुआत बरेली के शहरी क्षेत्र में 16 से होगी. इसे बरेली, अलीगढ़, मेरठ व कानपुर के शहरी क्षेत्र में लागू किया जाना है.
केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से सभी विभागों में आधारभूत संरचना के सरलीकरण और आधुनिकीकरण पर फोकस किया जा रहा है. इसके तहत पावर कार्पोरेशन ने बीते माह अध्ययन भी कराया था. इस अध्ययन में सामने आया कि अभियंताओं की हीलाहवाली के कारण तमाम शिकायतें लंबित रह जाती हैं. ऐसे में पायलट प्रोजेक्ट के तहत बिजली आपूर्ति, नए कनेक्शन, मीटर, बिलिंग संबंधी कार्यों के लिए अलग-अलग अधिशासी अभियंताओं को विभिन्न जिम्मेदारी दी जाएगी. वे उपभोक्ताओं की शिकायत निस्तारण के लिए जिम्मेदार होंगे. नई शुरुआत कानपुर केस्को में हो गई है.
पांच सेक्शन में विभाजन
नई व्यवस्था के तहत एक सेक्सन में शहर के चारों विद्युत वितरण खंड की 33 केवी लाइन की देखभाल, मरम्मत आदि कार्य देखेंगे, जबकि दूसरे सेक्सन में 11 केवी से निकलने वाली सभी एलटी लाइनों की देखभाल, इन लाइनों से जुड़े शहर के सभी ट्रांसफार्मरों की देखभाल, मरम्मत समेत सभी काम होंगे. तीसरे व चौथे सेक्सन में वाणिज्यिक संबंधी काम है, जबकि पांचवें सेक्शन में प्रशासनिक व्यवस्था, मानव संसाधन, आईजीआरएस संबंधी शिकायतें, न्यायालय संबंधी काम, हेल्प डेस्क, सोशल मीडिया, हेल्पलाइन, शिकायतों के निस्तारण के काम को रखा गया है.
नई व्यवस्था के तहत दी गई है जिम्मेदारी
नई व्यवस्था में बिलिंग संबंधी शिकायत के लिए अलग अधिशासी अभियंता होगा और आपूर्ति से जुड़े मामलों के लिए अलग. इसी तरह नए कनेक्शन, स्मार्ट मीटर, 1912 से संबंधित शिकायतों के लिए अलग से अधिशासी अभियंता को जिम्मदारी मिलेगी. मौजूदा व्यवस्था में एक ही अधिशासी अभियंता यह सभी कार्य देखता है. ऐसे में उपभोक्ताओं की तमाम शिकायतों का निस्तारण समय पर नहीं हो पाता.
नई व्यवस्था जिले के नगरीय वितरण खंड में शुरू हो जाएगी. इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है.
- रणविजय सिंह, मुख्य अभियंता