- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- Bareilly: सीडीपीओ पर...
Bareilly: सीडीपीओ पर 70 हजार की रिश्वत लेने का आरोप, आंगनबाड़ी भर्ती मामले में निलंबन

बरेली: फतेहगंज पश्चिमी ब्लॉक में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पद पर भर्ती कराने के लिए 70 हजार रुपये की रिश्वत लेते वीडियाे वायरल होने और प्रारंभिक जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर बुधवार को सीडीपीओ कृष्ण चंद्र को निलंबित कर दिया गया। आरोपी सीडीपीओ ने पीड़िता के आवेदन में त्रुटि कराकर निरस्त करा दिया और दूसरी महिला से 2.50 लाख रुपये लेकर उसका चयन कराया था। सीडीओ की रिपोर्ट पर निदेशक, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग ने कार्रवाई की है। उप निदेशक मुख्यालय जमा त्रिपाठी को जांच अधिकारी नामित किया है।
फतेहगंज पश्चिमी के सीडीपीओ कृष्ण चंद्र की शिकायत ग्राम टिटोली की महिला वीरवती ने जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार से जनसुनवाई के दौरान की थी। आरोप लगाया था कि सीडीपीओ ने उनसे आंगनबाड़ी में चयन कराने के एवज में पिछले साल 12 नवंबर को कार में 70 हजार रुपए की रिश्वत ली थी। महिला ने मोबाइल से रुपए देते वीडियो बना लिया था। मार्च में जब चयनित अभ्यार्थियों की सूची चस्पा हुई तो नाम गायब देखकर वीरवती ने सीडीपीओ से बात की। सीडीपीओ ने फार्म में कुछ कमियों का हवाला देकर फोन काट दिया।
इसके बाद महिला ने रिश्वत लेता वीडियो दिखाकर जिलाधिकारी से शिकायत की। डीएम ने सीडीओ जग प्रवेश से जांच कराई। सीडीओ ने जांच पूरी होने पर मंगलवार को आईसीडीएस के डायरेक्टर और प्रमुख सचिव को सीडीपीओ का रुपए लेते वीडियो भेज निलंबन की संस्तुति की थी। मामला बुधवार को अखबारों में सुर्खियां बना। सीडीओ की जांच रिपोर्ट पर निदेशक ने सीडीपीओ को निलंबित कर दिया।
जान पहचान के कैफे से कराया था आवेदन: सीडीओ की जांच में यह बात सामने आई कि आरोपी कृष्ण चंद्र ने वीरवती से 1.65 लाख रुपये में आंगनबाड़ी के रूप में चयन कराने के लिए डील की थी। महिला का ऑनलाइन आवेदन भी अपने जान पहचान के कैफे से भरवाया था। एडवांस 70 हजार धनराशि ली थी।
महिला ने यह रकम ब्याज पर लेकर कृष्ण चन्द्र को दी थी लेकिन कृष्ण चन्द्र ने दूसरी आवेदक आशा पत्नी बाबूराम से 2,50 लाख रुपये लेकर शिकायतकर्ता के आवेदन में जान बूझकर त्रुटि करा दी थी। एक तरह से उनका आवेदन निरस्त कराते हुए आशा का चयन करा दिया, जबकि वीरवती के अंक चयनित आवेदक से अधिक हैं। वह बीपीएल श्रेणी में भी हैं। शिकायतकर्ता ने साक्ष्य के रूप में वीडियो रिकार्डिंग भी उपलब्ध कराई थी।
शाहजहांपुर से किया संबद्ध: निदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग ने निलंबन आदेश में लिखा कि कृष्ण चंद्र ने अपने पदीय दायित्वों का दुरुपयोग करते हुए आंगनबाड़ी कार्यकत्री भर्ती में वीरवती पत्नी अमित कुमार से रिश्वत ली थी। उनका यह कृत्य राज्य कर्मचारी आचरण नियमावली, 1956 के विपरीत है। कृष्ण चंद्र बाल को निलंबित कर अनुशासनिक कार्रवाई की संस्तुति की जाती है। निलंबन अवधि में कृष्ण चन्द्र, बाल विकास परियोजना अधिकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय जनपद- शाहजहांपुर से अटैच रहेंगे।
