उत्तर प्रदेश

Ballia: राज्यपाल ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर बलिया की पांच महिलाओं को किया सम्मानित

Admindelhi1
10 March 2025 6:06 AM GMT
Ballia: राज्यपाल ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर बलिया की पांच महिलाओं को किया सम्मानित
x
"महिलाएं अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए चयनित हुई थीं"

बलिया: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राजभवन में आयोजित अलंकरण समारोह में बलिया जिले की पांच प्रतिभाशाली महिलाओं को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। ये महिलाएं अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए चयनित हुई थीं।

बलिया से सम्मान प्राप्त करने वाली महिलाओं में करिश्मा वार्ष्णेव (शिक्षक), स्मृति सिंह (पूर्व प्रधान), प्रतिमा उपाध्याय पीहू (शिक्षक), कविता सिंह (शिक्षक) और कनक चक्रधर (शिक्षक) शामिल हैं।

सम्मानित महिलाओं की उपलब्धियां

1. करिश्मा वार्ष्णेव (शारीरिक शिक्षक)

करिश्मा वार्ष्णेव श्री शिवप्रसाद गुप्त इंटर कॉलेज, टीकादेवरी नगपुरा में शारीरिक शिक्षिका हैं। उन्होंने अंडर-19 यूपी महिला क्रिकेट टीम की कोच के रूप में कार्य करते हुए एक बार स्वर्ण पदक और एक बार रजत पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

2. स्मृति सिंह (पूर्व प्रधान, सामाजिक कार्यकर्ता)

स्मृति सिंह सामाजिक और राजनीतिक जीवन में सक्रिय हैं। वह ग्राम पंचायत रतसरकला की पूर्व प्रधान रह चुकी हैं। इसके अलावा, उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार की कई योजनाओं की ब्रांड एंबेसडर के रूप में भी कार्य करने का अवसर मिला।

3. प्रतिमा उपाध्याय पीहू (प्रधानाध्यापिका, परिषदीय विद्यालय)

प्रतिमा उपाध्याय "पीहू" एक परिषदीय विद्यालय की प्रधानाध्यापिका हैं और उन्हें राज्यपाल पुरस्कार भी मिल चुका है। वह पीएमश्री विद्यालय की प्रधानाध्यापिका होने के साथ-साथ जिला निर्वाचन विभाग की ब्रांड एंबेसडर के रूप में भी कार्यरत हैं।

4. कविता सिंह (शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता)

कविता सिंह एक परिषदीय विद्यालय में शिक्षिका हैं। वह छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रहती हैं। उन्होंने बलिया इनव्हीलर क्लब की अध्यक्ष के रूप में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

5. कनक चक्रधर (बेसिक शिक्षक, क्रीड़ा आयोजक)

कनक चक्रधर एक बेसिक शिक्षिका हैं, जो नियमित स्कूल जाने वाले बच्चों के साथ-साथ उन बच्चों को भी पढ़ाती हैं, जो किसी कारणवश स्कूल नहीं जा पाते। वह विद्यालयी क्रीड़ा आयोजनों में भी योगदान देती हैं और फील्ड ऑफिसर (एसजीएफआई) के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं।

महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि महिलाओं का सशक्तिकरण समाज के विकास के लिए आवश्यक है। उन्होंने बलिया की इन प्रतिभाशाली महिलाओं के प्रयासों की सराहना की और कहा कि महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उनके योगदान से अन्य महिलाओं को भी प्रेरणा मिलेगी।

बलिया की इन महिलाओं की उपलब्धियों पर जिले में खुशी

इन महिलाओं के सम्मानित होने से बलिया जिले में खुशी और गर्व का माहौल है। उनके इस सम्मान को जिले की अन्य महिलाओं और युवा छात्राओं के लिए प्रेरणादायक बताया जा रहा है।

Next Story