उत्तर प्रदेश

आयुष्मान कार्ड 1.70 लाख आवेदनों में सिर्फ 23 रद

Admin Delhi 1
11 Oct 2023 2:06 AM GMT
आयुष्मान कार्ड 1.70 लाख आवेदनों में सिर्फ 23 रद
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सिर्फ 23 कार्ड ही रिजेक्ट हुए

आगरा: आपके परिवार में छह या इससे अधिक सदस्य हैं. राशन कार्ड से खाद्यान्न ले रहे हैं. ऐसा है तो जल्दी से आयुष्मान कार्ड बनवाइए. परिवार के हर सदस्य को पांच लाख का स्वास्थ्य बीमा मिल जाएगा. यकीन नहीं होगा लेकिन बीते 19 दिनों में 1.40 लाख ऐसे ही परिवार के लोगों के कार्ड बन चुके हैं. अब तक1,70,081 लोगों द्वारा आनलाइन आवेदन किए गए. इसमें से सिर्फ 23 निरस्त हुए हैं.

ताजनगरी में 17 सितंबर से छह या अधिक सदस्यों वाले परिवारों के आयुष्मान कार्ड बनाने का अभियान शुरू किया गया है. इसमें नई सूची का प्रयोग किया जा रहा है. यह 2019 तक जारी किए गए राशन कार्डों पर आधारित है. स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक 17 सितंबर से 6 अक्टूबर तक आगरा से कुल 1,70,081 लोगों के आनलाइन आवेदन किए गए. इनमें से 1,40,670 लोगों के कार्ड बन चुके हैं. यानि इन्हें जरूरत पड़ने पर पांच लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिल जाएगा. परिवार में छह या अधिक सदस्य होने पर सभी को अलग-अलग लाभ मिलेगा. इसलिए अब देर करने की जरूरत नहीं है. चिन्हित अस्पतालों में जाकर आवेदन कर सकते हैं.

सिर्फ 23 कार्ड ही रिजेक्ट हुए आश्चर्यजनक लेकिन सत्य है कि इतने आवेदनों में से केवल 23 आवेदन ही निरस्त किए गए हैं. यानि शासन की नई सूची में कार्ड बनने की सफलता की दर 95 प्रतिशत से भी ज्यादा है. कुल 29388 आवेदन अभी लंबित चल रहे हैं. यानि इनका शासन की सूची से मिलान होने में दिक्कतें हो रही हैं. कुछ जानकारियों का मिलान नहीं हो पा रहा है.

80 प्रतिशत मिलान पर सफलता शासन के पास पहले से आयुष्मान का डेटा है. इसके साथ आवेदक के आधार कार्ड की जानकारियों का आनलाइन मिलान किया जाता है. अगर दोनों की 80 प्रतिशत जानकारियों का मिलान हो जाता है तो कार्ड बन जाता है. इससे कम पर लंबित श्रेणी में चला जाता है. ऐसे कार्डों का शासन मैनुअल मिलान कराता है. इसमें कुछ समय लग सकता है.

60 से ऊपर वालों का भी कार्ड शासन ने अब एपीएल कार्ड धारक और 60 साल या अधिक उम्र के लोगों का भी कार्ड बनाना शुरू कर दिया है. शर्त यह कि कार्ड में दर्ज सभी सदस्यों की उम्र 60 या इससे अधिक होनी चाहिए. प्रदेश में ऐसे करीब 11 लाख लोगों के कार्ड बनाए जा रहे हैं. एकांकी जीवन जी रहे बुजुर्ग दंपतियों को इससे बड़ी राहत मिल सकती है.

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