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अयोध्या को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए मिला 65 करोड़ का तोहफा
फैजाबाद: स्मार्ट सिटी अयोध्या में भी राज्य स्मार्ट सिटी योजना के तहत आठ कार्य कराए जाएंगे. इसके लिए अयोध्या नगर निगम को 6500.93 लाख की सौगात प्रदेश सरकार ने दी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्चुअल रूप से राज्य स्मार्ट सिटी योजना के अन्तर्गत प्रदेश की 1100 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया, जिसमें नगर निगम अयोध्या की राज्य स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत आठ कार्यों की लागत 6500.93 लाख रुपए भी समाहित है.
महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने बताया कि इन परियोजनाओं में हेल्थ एटीएम की स्थापना होगी. सेफ सिटी के अन्तर्गत सीसीटीवी कैमरें लगाए जाएंगे. आईटीएमएस के कन्ट्रोल रूम से इन्टीग्रेटे किये जाने का कार्य होगा. अयोध्या शहर के नागरिकों और पर्यटकों में जागरूकता बढ़ाये जाने का कार्य किया जाएगा. इसके अलावा विभिन्न चैराहे के सौन्दर्यीकरण का कार्य, विभिन्न स्कूलों में स्मार्ट क्लास स्थापना का कार्य, जीआईसी ओवरब्रिज एवं जेल की दीवार के मध्यम नगर निगम पार्किंग स्थल का सुधार कार्य, मां सीता की खोज में वॉक-थ्रू-आप्टिकल इल्यूजन का कार्य एवं मैकेनाइज्ड रोड स्वीपिंग की आपूर्ति एवं संचालन का कार्य किया जाना शामिल है. इस अवसर पर सांसद लल्लू सिंह, नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्त मौजूद रहे. महापौर श्री त्रिपाठी ने नगरीय निकायों को मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित किये जाने व विकास कार्यों का गति प्रदान किये जाने के लिए मुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री का आभार व्यक्त किया. कार्यक्रम में नगर आयुक्त सन्तोष कुमार शर्मा, अपर नगर आयुक्त शशि भूषण राय, अनिल कुमार सिंह, सहायक नगर आयुक्त गुरू प्रसाद पाण्डेय, मुख्य अभियन्ता राजवीर सिंह, उप सभापति जय नारायण सिंह, पार्षद संतोष सिंह, सूर्या तिवारी, राजेश कुमार गौड़, बृजेन्द्र सिंह व अन्य लोग मौजूद रहे.
सफाई कर्मियों ने दीप जलाया
संस्कृति एवं पर्यटन विभाग उत्तरप्रदेश द्वारा आयोजित रामोत्सव के कार्यक्रमों की श्रृंखला में गुरुकुल महाविद्यालय के मंच पर साहित्य, संगीत और कला पर आधारित कार्यक्रमों के साथ पुस्तक परिचर्चा का आयोजन किया गया. जिसमें मध्यप्रदेश के बदरवास से आए आचार्य कृष्ण गोपाल शर्मा द्वारा रचित पुस्तक उर्मिला के आंसू पर वार्ताकार घनश्याम शर्मा ने परिचर्चा की.
कार्यक्रम का शुभारंभ सफाईकर्मी बंधुओं के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया. मुख्य वक्ता आचार्य कृष्ण गोपाल शर्मा ने बताया कि राम चरित मानस में उपेक्षित पात्र उर्मिला पर लिखने की प्रेरणा कवि मैथिली शरण गुप्त की पंक्तियों, राम तुम्हारा जीवन स्वयं काव्य है. उन्होंने बताया कि उर्मिला ने अपने जीवन का सर्वस्व लखनलाल को प्रभु श्रीराम को भेंट कर दिया और लक्ष्मण के आंसू न बहाने की आज्ञा का दृढ़ता से पालन किया. उर्मिला ने प्रेम और सिद्धांत के बीच संघर्ष को बखूबी किया.
और निष्काम प्रेम को प्रतिपादित किया. इस परिचर्चा में आचार्य कृष्ण गोपाल शर्मा ने मधुर स्वरमय गायन से स्वरचित पद सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया. उसके बाद लखनऊ से आए सरबजीत सिंह एवं उनके साथियों ने गुरु नानक के राम गायन कार्यक्रम में अपने भावपुष्प से प्रभु राम का गुणगान किया.