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विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
लखनऊ: विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सर्वदलीय बैठक में राज्य के संसदीय परम्पराओं के अनुरूप राज्यपाल के अभिभाषण व बजट सत्र के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सभी दलीय नेताओं से सहयोग की अपेक्षा की जिस पर सभी नेताओं ने उन्हें आश्वस्त किया कि वह सदन के संचालन में पूरा सहयोग करेंगे।
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ने आग्रह किया कि सदस्य सदन में केवल हाजिरी न लगाए बल्कि सदन में उपस्थिति भी रहें जिससे प्रदेश का विकास हो सके। सदन में हम सभी को मिलकर जनहित में सामूहिक चर्चा करनी चाहिए।
इस मौके पर नेता सदन और मा0 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी दलीय नेताओं का स्वागत करते हुए कहा कि देश के सबसे बड़े राज्य के आय-व्यय की चर्चा हम सब वर्ष 2023 के प्रथम सत्र में करने जा रहे हैं, जो संसदीय मर्यादाओं के अनुरूप होगा।
उन्होंने कहा कि सदन एक सार्थक चर्चा का माध्यम होता है। उन्होंने कहा कि हम सब लोगों ने कोराना काल में सदन को बढ़ चढकऱ चलाने का काम किया। जिसे देश दुनिया सराहा गया। उत्तर प्रदेश देश की सबसे बड़ी आबादी का राज्य है जो दिन प्रतिदिन प्रगति के पथ पर है।
इस अवसर पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना जी ने कहा कि हम अच्छी तरह जानते हुए कि गुड गवर्नेस की वजह से ही दुबारा चुनकर आये हैं। सभी लोग सदन चलाने में सहयोग करेंगें, यह एक अच्छी परम्परा है। उन्होेने कहा कि सदन चलने पर ही सभी समस्याओं का निदान होता है तथा उसी से प्रदेश विकास पथ पर होगा। श्री खन्ना ने कहा कि नेता सदन की मंशा के अनुरूप चर्चा कर ऐतिहासिक रूप से परम्पराओं का निर्वाहन किया जायेगा। सत्र सुचारू रूप से चलाने के आश्वासन का हम स्वागत करते हैं।
बैठक में नेता प्रतिपक्ष की जगह समाजवादी पार्टी के सचेतक मनोज कुमार पाण्डेय ने बजट सत्र में अपने दल का पूरा सहयोग करने तथा सकारात्मक चर्चा किये जाने पर अपनी सहमति जताई।
नेता अपना दल रामनिवास वर्मा, नेता लोकदल राजपाल बालियान, नेता सुहेलदेव पार्टी ओम प्रकाश राजभर, नेता निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल के अनिल कुमार त्रिपाठी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की नेता आराधना मिश्रा, (मोना), जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के नेता रघुराज प्रताप सिंह, राजा भईया एवं नेता बहुजन समाज पार्टी उमाशंकर सिंह सहित सभी दलीय नेताओं ने मुख्यमंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष को सदन चलाने में पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया। इससे पूर्व कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में समिति के सदस्यों ने अपने अपने विचार रखे।
एक अन्य बैठक में विधानसभा सत्र के दौरान इसकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सम्बन्धित अधिकारियों के साथ विधान सभा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विचार विमर्श किया गया।