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- आशू दिवाकर का साला भी...
कानपूर: फरार भाजपा नेता डॉ. प्रियरंजन उर्फ आशू दिवाकर का साला बरेली निवासी राजन भी केस में आरोपित बनाया जाएगा. दोनों रजिस्ट्रियों में आरोपित बबलू के साथ राजन भी गवाह है. वहीं, सन 2018 में बबलू यादव ने बाबू सिंह के साथ जो एग्रीमेंट किया था उसमें जो दो गवाह थे उनकी तलाश की जा रही है.
18 मार्च 2023 को मधुर पाण्डेय और बाबू सिंह के बीच रजिस्ट्री हुई थी. इस रजिस्ट्री में बबलू यादव और आशू दिवाकर का साला राजन गवाह थे. वहीं राहुल जैन के साथ जब रजिस्ट्री हुई तो उसमें भी यही दोनों गवाह थे. पुलिस को मिले दस्तावेजी साक्ष्यों में बबलू यादव, राजन और वकील अशोक ने सन 2018 में बाबू सिंह से एक एग्रीमेंट किया था. इस एग्रीमेंट में अम्बेडकर नगर परमियापुरवा ख्यौरा नवाबगंज निवासी अनूप जायसवाल और ग्राम पुरवा पीताराम पोस्ट रुरुगंज औरैया निवासी हरगोविंद गवाह थे. ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी के मुताबिक जो भी गवाह थे उनकी तलाश भी पुलिस टीम द्वारा की जा रही है.
लखनऊ, प्रयागराज में ट्रिब्यूनल को मंजूरी
जीएसटी लागू होने के छह साल बाद ट्रिब्यूनल (जीएसटी राज्य पीठ) की स्थापना की घोषणा केंद्र सरकार ने कर दी. इसे लेकर सवाल भी खड़े होने लगे हैं. लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, आगरा और गाजियाबाद में ट्रिब्यूनल को मंजूरी दी है.
प्रदेश का प्रमुख औद्योगिक शहर और व्यापारिक गतिविधियों के बावजूद कानपुर में इसकी स्थापना नहीं होने से रोष है. ट्रिब्यूनल में बतौर न्यायिक सदस्य वकीलों को नहीं शामिल करने पर भी नाराजगी है. वरिष्ठ कर विशेषज्ञ संतोष कुमार गुप्ता ने कहा कि ट्रिब्यूनल स्थापित होने से जीएसटी संबंधी विवाद जल्द सुलझेंगे. वरिष्ठ सीए दीपचन्द्र मिश्र भी ट्रिब्यूनल में न्यायिक सदस्य के रूप में वकीलों को शामिल करने के पक्ष में हैं. सुप्रीम कोर्ट में मद्रास टैक्स बार एसो. के गठन को लेकर याचिका दायर की गई.