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10 लाख की रंगदारी मांगने वाला गढ़मुक्तेश्वर से हुआ गिरफ्तार
शाहजहांपुर क्राइम न्यूज़: सर्विलांस सेल व पुलिस की संयुक्त टीम ने पूर्वमंत्री स्वर्गीय राममूर्ति सिंह वर्मा के पुत्र और पुत्रवधु से दस दस लाख की रंगदारी मांगने वाले आरोपी को गढ़मुक्तेश्वर के पास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने रविवार को बताया कि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अर्चना वर्मा व ददरौल से सपा प्रत्याशी रहे उनके पति राजेश वर्मा से फोन बीते 20 जुलाई से लगातार दस दस लाख रुपये की रंगदारी मांगी जा रही थी।इस दौरान धमकी देने वाले शख्स ने रुपये न देने पर परिवारीजनों को जान से मारने की धमकी भी दी थी।राजेश वर्मा ने आरोपी के खिलाफ़ जलालाबाद तथा उनकी पत्नी अर्चना वर्मा ने सदर बाजार कोतवाली पर मुकदमा दर्ज कराया था। प्रकरण को गम्भीरता को देखते हुए उन्होंने सर्विलांस सेल व थाना सदर बाजार की संयुक्त पुलिस टीम का गठन किया और टीम को जल्द से जल्द घटना का खुलासा करने व आरोपी को गिरफ्तार करने निर्देश दिए थे।
प्रभारी निरीक्षक सर्विलांस सेल नीरज सिंह द्वारा उक्त मोबाइल नम्बर को सर्विलांस पर लगाया गया तो पता चला कि जिस मोबाइल और सिम से बात हुई थी, उस मोबाइल में अन्य सिम भी डाले गए थे जो कि थाना जलालाबाद क्षेत्र के धैरीया निवासी दिनेश कुमार वर्मा की आईडी पर रजिस्टर्ड थे। आनंद ने बताया कि पुलिस टीम ने सर्विलांस की मदद से दिनेश को शनिवार अपरान्ह जनपद हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर के पास रेलवे स्टेशन से हिरासत में लिया गया।पुलिस टीम आरोपी को लेकर शाहजहांपुर आई। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह गांधीनगर दिल्ली में रहकर सब्जी बेचता है। लेकिन उसके खर्चे पूरे नहीं हो रहे थे।जिस कारण उस पर काफी उधार हो गया। जल्द कमाने के चक्कर मे उसने षड्यंत्र रचा और उसी षड्यंत्र के तहत उसने अपने पास सब्जी लेने आने वाले हरदोई के शाहबाद निवासी अजय कुमार से बात करने के बहाने मोबाइल ले लिया। इसी बीच उसने मौका पाकर मोबाइल से सिम निकाल लिया।जिसके बाद उसने वह सिम अपने मोबाइल में डाल लिया।आरोपी ने बताया किवह पूर्व मन्त्री स्वर्गीय राममूर्ति वर्मा व उनके परिवार को अच्छी तरह जानता था और उनके परिवार के सभी मोबाइल नम्बर उसके पास मौजूद थे।रचे गए षड्यंत्र के तहत उसने राजेश शर्मा और उनकी पत्नी अर्चना वर्मा को फोन पर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देकर 10 लाख रुपये मांगने की रंगदारी मांगी । आरोपी ने यह भी बताया कि उसने जानबूझकर जेल में बन्द टाप बदमाश नीरज बवाना के नाम पर पैसा मांगे थे ताकि राजेश और उनका परिवार दहशत में आ जाये तथा पैसे दे दे।
हत्या के मामले में तिहाड़ जेल जा चुका है आरोपी: एसपी एस आनंद ने बताया कि आरोपी कांट क्षेत्र के गांव अभायन स्थित अपनी ननिहाल में रहता था।वर्ष 2019 में जब दिनेश नाबालिग था तो दिल्ली पुलिस ने उसे एक अन्य सब्जी विक्रेता की हत्या के मामले में गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेज दिया था।जहां उसके साथ कुख्यात बदमाश नीरज बवाना भी बंद था। दिनेश को नीरज बवाना के बारे में जानकरी हुई और उसी आधार पर उसने नीरज का नाम लिया।उन्होंने बताया कि चूंकि दिनेश ने कुख्यात बदमाश का नाम लिया है।ऐसे में दिल्ली पुलिस से अन्य जानकारियां भी हासिल की जा रही हैं।