उत्तर प्रदेश

जल्द मिलेंगी सेना को एके 203 राइफलें, अमेठी में होंगी स्वदेशी प्रणाली पर तैयार

Renuka Sahu
18 Aug 2022 6:06 AM GMT
Army will soon get AK 203 rifles, will be ready on indigenous system in Amethi
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फाइल फोटो 

दुश्मनों का सीना छलनी करने के लिए भारतीय सेना को जल्द ही एके-203 राइफल मिल जाएंगी।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दुश्मनों का सीना छलनी करने के लिए भारतीय सेना को जल्द ही एके-203 राइफल मिल जाएंगी। मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आत्मनिर्भर भारत के तहत सेना को स्वदेश में ही निर्मित जो हथियार सौंपे थे, उनमें अमेठी में बनने वाली एके-203 भी शामिल है। फ्यूचर इन्फैंट्री सोल्जर ऐज ए सिस्टम यानी एफ इंसास कार्यक्रम के तहत सैनिकों को हल्के वजन के आधुनिक सिस्टम से लैस किया जाना है। इनमें एंटी-पर्सोनेल लैंड माइन 'निपुण', पैंगोंग झील में संचालन के लिए लैंडिंग क्राफ्ट अटैक व्हीकल, इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल के साथ ही एके 203 भी शामिल हैं।

अमेठी के कोरवा में एके 203 फैक्ट्री का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन मार्च 2019 को किया था। मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत अमेठी के कोरवा में इंडो रशियन संयुक्त उपक्रम के तहत अत्याधुनिक सात लाख एके 203 राइफलों का निर्माण होना है। 10 साल में सात लाख राइफलों के निर्माण की तैयारी है। पहले यह कार्य ओएफबी यानी आयुध निर्माणी बोर्ड और क्लाशनिकोव के जिम्मे था लेकिन यह बोर्ड अब कॉरपोरेट हो गया है।
अब भारत के दो निजी उपक्रम और रूस के क्लाशनिकोव और रोसोबोरान एक्सपोर्ट मिलकर एके 203 राइफलें तैयार करेंगे। इसमें पहले रूस के द्वारा इक्विपमेंट्स सप्लाई किए जाएंगे जिन्हें कोरवा में असेम्बल किया जाएगा लेकिन बाद में पूरी राइफल यहीं बनाई जाएगी। इस तरह से यह हथियार पूरी तरह से स्वदेशी प्रणाली पर आधारित होगा।
रूस यूक्रेन युद्ध के चलते हुई दूरी
बताया जा रहा है कि भारत और रूस के बीच डील फाइनल होने में पहले कोरोना और फिर यूक्रेन और रूस के युद्ध के चलते थोड़ा बिलंब हुआ है लेकिन अब सब कुछ लगभग फाइनल है।
विश्वसनीय टिकाऊ और लो मेंटेनेंस की राइफल हैं एके-203
फैक्ट्री के सहायक प्रबंधक और पीआरओ मोहित यादव बताते हैं कि एके-203 बेहद रिलाएबल ड्यूरेबल और लो मेंटेनेंस की गन हैं। इसकी मारक क्षमता 500 मीटर से 800 मीटर तक है। आईआरआरपीएल यानी इंडो रशियन राइफल प्राइवेट लिमिटेड द्वारा एके- 203 का निर्माण किया जाएगा। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। डायरेक्टर्स व अन्य स्टाफ कोरवा आ चुके हैं। हरी झंडी मिलते ही यहां कार्य शुरू हो जाएगा।
आयुध निर्माणी कोरवा अभी टार के इक्विपमेंट बनाती है
आयुध निर्माणी कोरवा द्वारा फायर गन के साथ ही त्रिचि असॉल्ट रायफल (टार) के इक्विपमेंट का निर्माण किया जा रहा है। ये त्रिचिरापल्ली स्थित फैक्ट्री में जाकर असेंबल होते हैं।
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