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सेना के जवान ने लेफ्टिनेंट कर्नल बनकर बेरोजगारों से लाखों वसूले
लखनऊ न्यूज़: एसटीएफ ने सेना में नौकरी दिलाने का झांसा देकर बेरोजगारों से लाखों रुपये वसूलने वाले गिरोह के चार लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों में नगालैण्ड में तैनात सेना का जवान रामबरन सिंह उर्फ राहुल और पूर्व सैनिक अमित कुमार सिंह मुख्य भूमिका में रहते थे. इनका एक साथी खुद को सेना का कमाण्डो बताता था. अमित लेफ्टिनेंट कर्नल की वर्दी में युवकों से मिलता था. गिरफ्तारी के समय अमित वर्दी में ही था. इनके पास लेफ्टिनेंट कर्नल की वर्दी, सेना की मुहर, कई शैक्षिक दस्तावेज बरामद हुए हैं. इस गिरोह से जुड़े करीब एक दर्जन लोगों की तलाश की जा रही है.
एसटीएफ के प्रभारी एसएसपी विशाल विक्रम सिंह के मुताबिक गिरफ्तार लोगों में पूर्व सैनिक अमित कुमार गाजीपुर के करेन्डा, शुभम पटेल उर्फ कुणाल सिंह उन्नाव के बांगरमऊ, वर्तमान सैनिक रामबरन सिंह फिरोजाबाद के भटसना, सिकेरा और दिनेश कुमार यादव इटावा के जसवन्तनगर का रहने वाला है. ये सब पीजीआई के पास गोवर्धन एन्क्लेव में रुके थे. एएसपी अमित नागर के मुताबिक, शुभम पटेल ने बताया कि भर्ती कराने के नाम पर प्रति युवक आठ से 10 लाख रुपये लिये जाते थे. साथ ही उनके मूल शैक्षिक दस्तावेज भी रखवा लिये जाते थे. दिलीप बेरोजगार युवकों को भेजकर कमीशन पाता.
शुभम युवकों को परिचय सेना के कमाण्डो के रूप में देता था. अमित सिंह लेफ्टिनेंट कर्नल की वर्दी पहन साक्षात्कार लेता था. रामबरन यादव मेजर व डिप्टी कमाण्डेंट बताकर मिलते. बाद में रुपये बांट लिए जाते थे. एएसपी ने बताया कि गोवर्धन एन्क्लेव में अमित सेना के अधिकारी की वर्दी में ही था. ये लोग फर्जी भर्ती प्रक्रिया व मेडिकल कराने जा रहे थे. आरोपित दिनेश ने बताया कि दिलीप उसका मामा है. उसने शुभम व रामबरन से मुलाकात करायी थी. ये लोग प्रति युवक 20 हजार कमीशन देते थे.
अमित ने सेना में 16 साल नौकरी की
अमित ने कुबूला कि उसने सेना मे 16 साल नौकरी की. 2021 में वह रिटायर हो गया था. उसकी मुलाकात राम प्रकाश से हुई. उसने इस फर्जीवाड़े में शामिल किया. बाद में राम प्रकाश ने शुभम पटेल से मिलाया और गिरोह में शामिल हुआ.
2015 में सेना में भर्ती हुआ था रामबरन
रामबरन वर्ष 2015 में सेना में भर्ती हुआ था. तैनाती नगालैण्ड में सिपाही के पद पर है. वह 45 दिन की छुट्टी पर आया हुआ है. रामबरन ने बताया कि दोस्त दिलीप यादव ने आगरा में इन लोगों से मुलाकात करवायी थी.