उत्तर प्रदेश

डीएवी इंटर कॉलेज में पिछले दरवाजे से की गई नियुक्ति

Admindelhi1
26 April 2024 8:56 AM GMT
डीएवी इंटर कॉलेज में पिछले दरवाजे से की गई नियुक्ति
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बाबू की हो गई नियुक्ति प्रबंधक को पता ही नहीं

इलाहाबाद: जिले के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में रोक के बावजूद डीएवी इंटर कॉलेज मीरापुर में दो बाबुओं की नियुक्ति कर दी गई. फर्जी तरीके से नियुक्त दो बाबुओं में एक डीआईओएस ऑफिस के ही बाबू का साला है तो दूसरा जीआईसी के एक प्रवक्ता का बेटा बताया जा रहा है. मजे की बात है कि कॉलेज के प्रबंधक पंकज जायसवाल को भनक तक नहीं लगी और 10 दिसंबर की तारीख में बाबुओं को नौकरी दे दी गई.

मामले का खुलासा तब हुआ जब अनियमित तरीके से नियुक्त एक कनिष्ठ लिपिक रितेश जायसवाल वेतन जारी करने की मांग लेकर हाईकोर्ट पहुंच गया. मजे की बात है कि नियुक्ति के बाद से अब तक दोनों बाबू स्कूल झांकने तक नहीं गए और 24 में वेतन के लिए कोर्ट पहुंच गए. हाईकोर्ट ने तीन को डीआईओएस पीएन सिंह को इस मामले में जवाब दाखिल करने के आदेश दिए थे. जब यह बात 23 से कॉलेज के प्रबंधक बने पंकज जायसवाल तक पहुंची तो उन्होंने आपत्ति की. पंकज का कहना है कि इस मामले में वह एफआईआर कराएंगे.

इसी तरह सरदार पटेल इंटर कॉलेज सिकारो कोरांव, शिवाजी इंटर कॉलेज सहसों और इंदिरा गांधी इंटर कॉलेज जामहा सोरांव में भी बाबुओं की फर्जी नियुक्ति के आरोप लगे हैं. शासन ने चार सितंबर 13 से एडेड कॉलेजों में लिपिकों की सीधी नियुक्ति पर रोक लगा दी थी. दो साल पहले नियुक्ति से रोक तो हटी लेकिन उसके लिए कठिन चयन प्रक्रिया और पीईटी सफल अभ्यर्थियों को ही अर्ह किया गया था.

फर्जी नियुक्ति के छह साल बाद वेतन जारी: सर्वोदय शिक्षा सदन इंटर कॉलेज भीरपुर करछना में भी माध्यमिक शिक्षा निदेशक से अनुमति लिए बगैर अनियमित तरीके से सहायक लिपिक अर्पित कुमार सिंह की नियुक्ति कर दी गई. वैसे तो अर्पित की नियुक्ति 26 फरवरी 18 को दिखाई गई है लेकिन वेतन जनवरी 24 में जारी हुआ है.

हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में डीएवी कॉलेज में बाबुओं की नियुक्ति प्रकरण की जांच की गई. नियुक्तियां नियमानुसार नहीं होने के कारण निरस्त कर दी गई हैं. - पीएन सिंह, डीआईओएस

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