उत्तर प्रदेश

एंटी करप्शन की टीम ने वन निगम का डीएलएम रिश्वत लेते किया अरेस्ट

Admin4
6 May 2023 12:21 PM GMT
एंटी करप्शन की टीम ने वन निगम का डीएलएम रिश्वत लेते किया अरेस्ट
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मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां आज शनिवार को यूपी वन निगम के नरेंद्र कुमार पाल प्रभागीय लॉगिंग प्रबंधक (DLM) को विजिलेंस टीम ने 77हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे दबोच लिया है। आरोप है कि डीएलएम ठेकेदारों के बिल पास करने के नाम पर कमीशन लेता था। शनिवार को भी जब्बार नामक ठेकेदार डीएलएम को कमीशन के 77हजार रुपए देने आया था। इसी दौरान टीम ने डीएलएम को पकड़ लिया। जिसके बाद अब परतापुर थाने में उससे पूछताछ की जा रही है। जानकारी के अनुसार, इस मामले में निगम के अकाउंटेंट अनिल का नाम भी सामने आ रहा है। दरअसल, टीम ने प्रीप्लानिंग के तहत ट्रीटेड नोट जब्बार को दिए। जब्बार ने वो रुपऐ डीएलएम नरेंद्र को रिश्वत के रूप में दिए। इसी दौरान एंटी करप्शन टीम ने डीएलएम को पकड़ लिया।
जानकारी देते हुए ठेकेदार जब्बार ने बताया कि वो वन निगम में ढुलान, कटान का ठेका लेता है। जब्बार ने आरोप लगाया कि डीएलएम नरेंद्र कुमार और अकाउंटेंट अनिल दोनों मिलकर ठेकेदारों के बिल पास करने पर कमीशन मांगते हैं। हर बिल पर 20 प्रतिशत कमीशन तय किया है। वहीं कमीशन न दें तो बिल पास नहीं करते।
इतना ही नहीं आरोप ये भी है कि उसने गढ़-मेरठ चौड़ीकरण मार्ग पर काम किया था। काम कराए साढ़े चार महीने लगभग हो चुके हैं। लेकिन बिल पास नहीं हुआ। इस बीच उसने कई बार डीएलएम से बात कर गुहार लगाई कि पेमेंट करा दें। पेमेंट नहीं हुआ। अकाउंटेंट अनिल अभी भी फरार है। आगे जब्बार ने कहा कि मेरा लगभग 3 लाख 70 हजार के बिल बने हुए हैं। डीएलएम ने उसे पास करने के लिए 77हजार रुपए कमीशन बताया है। इसमें 20 हजार रुपए अकाउंटेंट अनिल को देना था। बाकी पैसा डीएलएम को देना था। दोनों लोग बार-बार फोन करके कमीशन की मांग कर रहे थे। डीएलएम ने मांग की 20 प्रतिशत कमीशन एडवांस देना होगा। वहीं आज शनिवार सुबह मैंने एंटी करप्शन को पूरी शिकायत की थी। कहा कि कई ठेकेदारों का पैसा अटका पड़ा है।
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