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योगी सरकार के सपनों को साकार करता एंटी करप्शन, छह माह से 10 से अधिक लोग जेल में है बंद
मेरठ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के सपनों को एंटी करप्शन साकार करता दिख रहा हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीरो टोलरेंस नीति पर एंटी करप्शन काम कर रहा हैं। रिकॉर्ड है जिस तरह से वेस्ट यूपी के मेरठ, सहारनपुर मंडल में भ्रष्टाचार में संलिप्त सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार कर रहा हैं।
एक तरह से योगी आदित्यनाथ की सरकार की छवि भी एंटी करप्शन के भ्रष्ट कर्मचारियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान से निखर रही हैंं। सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंचा हुआ है। सही काम कराने के लिये संबंधित विभागों में रिश्वत देनी पड़ रही है। हैरानी की बात यह है कि अगर कोई रिश्वत देने को राजी नहीं होता है तो उसका बनता हुआ काम भी बिगाड़ दिया जाता है।
मेरठ में स्थित एंटी करप्शन कोर्ट में 25 से अधिक जनपदों के भ्रष्टाचार से जुड़े मामले सुनवाई के लिये आते हैं। इस वक्त मेरठ जेल में एंटी करप्शन के द्वारा पकड़े गए भ्रष्टाचार के आरोपियों की संख्या बढ़ती जा रही है। मेरठ की यूनिट वेस्ट यूपी के कई जनपदों में प्रभावी एक्शन ले रही है।
सरकारी विभागों में पहले विजिलेंस का खौफ रहता था, लेकिन अब एंटी करप्शन लोगों के लिये आसान हथियार बन गया है। वक्त बदलने के साथ अब लोग खुलकर एंटी करप्शन के पास जाने में नहीं हिचकिचा रहे हैं। दो साल में एंटी करप्शन की टीमों ने दो दर्जन से अधिक मामले पकड़ कर आरोपियो को जेल भेज चुकी है।
लखनऊ में तैनात डीआईजी एंटी करप्शन बबलू कुमार के निर्देशन में मेरठ यूनिट की टीमें लगातार भ्रष्टाचारियों को पकड़ने में लगी हुई है। पिछले छह महीने में एंटी करप्शन ने सात सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। किसान मोहब्बत अली खेत की चकरोड को कब्जा मुक्त कराने के लिए चक्कर काट रहा था। एंटी करप्शन की टीम ने सदर तहसील से पांच हजार की रिश्वत लेते हुए लेखपाल को हिरासत में लिया है।
नगर निगम में राजस्व वसूली निरीक्षक नवल सिंह राघव को घूस लेते हुए पकड़ा गया था। एंटी करप्शन टीम ने गंगानगर थाना क्षेत्र से इंस्पेक्टर नवल सिंह राघव पुत्र स्व. उदयवीर सिंह निवासी गंगानगर को पांच हजार रुपये की घूस लेते हुए गिरफ्तार किया था। हाउस टैक्स सेटलमेंट कराने के लिए पांच हजार रुपये रिश्वत ली थी।
लिसाड़ीगेट के लखीपुरा निवासी गुलिफ्शा पुत्री मरहूम नसीरुद्दीन से ने लिसाड़ीगेट थाने में तैनात एचसीपी सुखपाल सिंह राघव रिश्वत मांग रहे थे। एंटी करप्शन टीम ने महिला को कचहरी गेट पर जयसवाल फोटोस्टेट पर बुला लिया। एचसीपी ने जैसे ही रिश्वत के 15 हजार रुपये लिए, एंटी करप्शन इंस्पेक्टर जेके तोमर और उनकी टीम ने उसे रंगेहाथ दबोच लिया था।
गौतमबुद्धनगर के थाने में तैनात दारोगा गुलाब सिंह को मेरठ की एंटी करप्शन यूनिट ने चार लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। आबकारी विभाग में तैनात लिपिक राजकुमार पांच हजार रुपये की रिश्वत अपने ही विभाग में तैनात एक हेड कांस्टेबल से मांग रहा था, उसे पकड़ा गया।
मवाना क्षेत्र के गांव नासरपुर किसान आसाराम पुत्र महेंद्र सिंह ने फसलों की सिंचाई के लिए ट्यूबवेल लगाने के लिए विद्युत कनेक्शन के लिए आवेदन किया था। विभाग में पूरी रकम जमा करने के बाद भी जेई त्रिपाठी कनेक्शन जारी एवं सामग्री देने की एवज में 22 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था। इसे एंटी करप्शन की टीम ने गिरफ्तार किया।