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अंसल ने फिर बेच डाली एलडीए में बंधक रखवाई करोड़ों की जमीन
लखनऊ न्यूज़: एलडीए में बंधक करोड़ों की जमीन एक बार फिर अंसल एपीआई बिल्डर ने बेच डाली है. मामले के खुलासे के बाद एलडीए ने सरोजनी नगर और मोहननालगंज के एसडीएम को पत्र लिखकर बंधक जमीन की दाखिल खारिज तत्काल एलडीए के नाम करने को कहा है. उप निबंधक को रजिस्ट्री पर तत्काल रोक लगाने के लिए पत्र भी लिखा गया है. एलडीए उपाध्यक्ष ने सचिव को बेची गयी जमीन की जांच सौंपी गयी है. पहले भी बिल्डर ने बंधक रखी 129 एकड़ बेच डाली थी.
अंसल को पहले 311 एकड़ जमीन बंधक रखनी थी. मगर तत्कालीन अधिकारियों ने 2016 से पहले तक करीब 129 एकड़ जमीन ही नक्शे में बंधक रखवायी. 2017 में एलडीए की जिम्मेदारी संभालने वाले तत्कालीन उपाध्यक्ष पीएन सिंह ने टाउनशिप की पूरी जांच करायी तो पता चला कि बिल्डर को कुल 439 एकड़ जमीन बंधक रखनी थी. मगर उससे 129 एकड़ जमीन ही बंधक रखाई गई. 2017 में पीएन सिंह को यह भी पता चला कि बिल्डर ने बंधक रखी पूरी जमीन बेच डाली है. इसके बाद सख्ती कर उन्होंने बिल्डर की करीब 413 एकड़ जमीन दोबारा बंधक रखवायी. 26 एकड़ जमीन बंधक रखने के लिए मिली ही नहीं थी. उन्होंने बंधक जमीनों को रजिस्ट्री भी करवा दी थी. मगर अब पता चला है कि अंसल ने इसमें भी काफी जमीन बेच डाली है. करोड़ों की इस बंधक जमीन का बैनामा तक कर दिया गया है. जानकारी पर प्राधिकरण उपाध्यक्ष डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने सचिव को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है. वीसी ने कुछ बंधक भूखण्डों की सूची भी सचिव को भेजी है, जिसे अंसल बिल्डर ने बेचा है. एलडीए वीसी डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि बिल्डर ने फिर बंधक जमीन बेच डाली है, इसकी जांच सचिव को दी गयी है. जमीन का दाखिल खारिज प्राधिकरण के नाम कराने के लिए पत्र लिखा गया है.
बिल्डर ने बंधक रखी जो 129 एकड़ जमीन पहले बेची थी वह काफी प्राइम लोकेशन पर थी. बिल्डर ने एलडीए के पूर्व अफसरों से मिलकर इसे बेचा. एलडीए ने 2018-2019 में 413 एकड़ जमीन दोबारा बंधक रखवायी उसमें 55 एकड़ ही अच्छी लोकेशन पर मिली थी. बाकी जमीन खराब लोकेशन पर है.सीबीआई टाउनशिप का मौका मुआयना करेगी
अंसल के खिलाफ सीबीआई जांच में कई बड़े अफसरों की गर्दन फंसनी तय है. सिंचाई विभाग के अलावा अंसल के भी कई वर्तमान और पूर्व अधिकारियों को भी जेल जाना पड़ सकता है. अंसल ने सिंचाई विभाग की करोड़ों की जमीन बिना खरीदे बेच डाली है. सीबीआई की टीम खुद मौके पर सत्यापन करेगी. अगले सप्ताह सीबीआई सत्यापन करेगी. सिंचाई विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सत्यापन, नापजोख के समय सीबीआई, एलडीए और उनकी टीम मौजूद रहेगी.