उत्तर प्रदेश

दो करोड़ 46 लाख की लागत से रजपुरा और खरखौदा में बनेंगे अमृत सरोवर

Admin Delhi 1
26 Dec 2022 10:19 AM GMT
दो करोड़ 46 लाख की लागत से रजपुरा और खरखौदा में बनेंगे अमृत सरोवर
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मेरठ न्यूज़: भूजल दोहन को लेकर शासन स्तर से कराए गए ताजा सर्वे के अनुसार मेरठ महानगर के साथ-साथ माछरा और खरखौदा ब्लॉक क्षेत्र को डार्क जोन को शामिल किया गया है। जबकि अब तक डार्क जोन में शामिल रहे रजपुरा ब्लॉक क्षेत्र को सेमी क्रिटिकल श्रेणी में शामिल किया गया है। यह श्रेणी सुरक्षित और डार्क के बीच मानी जा सकती है।

भूजल विभाग के अधिकारी आशीष गुप्ता ने बताया कि प्रदेश भर के लिए हाल ही में किए गए सर्वेक्षण की रिपोर्ट विभाग की ओर से जारी की गई है। जिसमें 826 ब्लॉक और 10 शहरों में सर्वे किया गया है। रिपोर्ट में मेरठ जनपद के रजपुरा, मेरठ, हस्तिनापुर, परीक्षितगढ़ और मवाना कलां को सेमी क्रिटिकल श्रेणी में रखा गया है। माछरा, खरखौदा ब्लॉक क्षेत्र के साथ-साथ मेरठ महानगर क्षेत्र को डार्क जोन में शामिल किया गया है।

इसके अलावा बागपत जिले के बड़ौत और छपरौली को सेमी क्रिटिकल, बागपत, पिलाना, बिनौली और खेकड़ा को डार्क जोन में माना गया है। मुजफ्फरनगर और शाहपुर को सेमी क्रिटिकल, चरथावल बुढ़ाना और बघरा को डार्क जोन में रखा गया है। शामली जिले में थानाभवन सेमी क्रिटिकल, कैराना, कांधला, शामली और ऊन ब्लॉक क्षेत्र को डार्क जोन में शामिल करते हुए रिपोर्ट तैयार की गई है।

इस बीच जिलाधिकारी दीपक मीणा की ओर से भेजे गए अमृत सरोवर के अन्तर्गत तालाबों के निर्माण की कार्य योजना में अटल भूजल योजना के साथ कन्वर्जेन्स को प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया है। जल शक्ति मंत्रालय, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग, भारत सरकार से स्वीकृति मिलने के उपरांत डार्क जोन में पहुंच चुके रजपुरा और खरखौदा ब्लाक क्षेत्र के 57 गांवों में अमृत सरोवर बनाने की प्रक्रिया चल रही है। रजपुरा में 10 खरखौदा 15 गांव में शुरू हो गया है।

भूगर्भ जल विभाग के अधिकारी आशीष गुप्ता ने बताया कि इस संबंध में डीएम मेरठ दीपक मीणा की ओर से संबंधित विभाग के मुख्यालय को इस आशय का प्रस्ताव भेजा गया था। जिसको स्वीकृति प्रदान करते हुए अटल भूजल योजना के अंतर्गत काम शुरू कराने के लिए पहली किस्त के रूप में दो करोड़ 46 लाख रुपये जारी कर दिए गए हैं। रजपुरा और खरखौदा ब्लॉक में काम कराने के लिए दोनों स्थानों पर खंड विकास अधिकारियों को दायित्व सौंपा गया है।

भूगर्भ जल विभाग को इस कार्य के लिए सेंट्रल नोडल एजेंसी नामित किया गया है। कार्य योजना का सैद्धान्तिक अनुमोदन मुख्य सचिव स्तर से किया गया है। साथ ही यह भी निर्देशित किया गया है कि कार्य योजना बनाते समय यह ध्यान में रखा जाए, कि वर्तमान में संचालित योजनाओं के स्वरूप में कोई परिवर्तन न किया जाए। उपरोक्त दोनों ब्लॉक क्षेत्र के 57 गांवों में चल रही योजनाओं में अमृत सरोवर के अन्तर्गत

तालाबों का निर्माण, अमृत सरोवर परियोजना के अन्तर्गत चयनित ग्राम पंचायतों में प्रति ग्राम पंचायत दो छोटे तालाब का निर्माण कराया जाना है। आशीष गुप्ता ने बताया कि दोनों ब्लॉक में टेडरिंग की प्रक्रिया तेजी से चल रही है, अब तक रजपुरा के 10 और खरखौदा के 15 गांवों में तालाब निर्माण का काम भी शुरू करा दिया गया है।

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