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उत्तर प्रदेश
गजब: शिकायत में लिप्त अधिकारी को ही सौंप दी गयी शिकायत की जांच
Admin4
12 Dec 2022 12:13 PM GMT
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मोरना। भोपा थाना क्षेत्र की नगर पंचायत भोकरहेड़ी निवासी व्यक्ति ने मुख्यमंत्री को भेजे शिकायती पत्र में नगर पंचायत भोकरहेड़ी के अधिशासी अधिकारी के विरुद्ध गत वर्षों में किये गए विकास कार्यो में भ्रष्टाचार करने की शिकायत की है। पीड़ित के अनुसार जिलाधिकारी द्वारा मामले की जांच शिकायत में लिप्त अधिशासी अधिकारी को ही सौंप दी गयी, जिसके बाद मायूस शिकायतकर्ता ने मामले को लेकर अन्य किसी विभाग के अधिकारी से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
भोपा थाना क्षेत्र के भोकरहेड़ी निवासी रामकुमार पुत्र राजपाल सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शिकायती पत्र भेजकर बताया कि नगर पंचायत भोकरहेड़ी में गत वर्षो में हुए विकास कार्यो में भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।शिकायतकर्ता ने नगर पंचायत भोकरहेड़ी में निर्मित कान्हा गौशाला के भवन निर्माण का कार्य मानकों के अनुसार और निर्माण कार्य से अधिक भुगतान करने कान्हा गौशाला में सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना में अधिक धनराशि के बिल लगाने के बावजूद संयंत्र चालू न करने, नगर पंचायत में पंडित दीन दयाल उपाध्याय योजना के अंतर्गत धरातल पर कार्य न कराकर योजना के लिए मिलने वाली धनराशि की खपत करने आदि की शिकायत कर अधिशासी अधिकारी के कार्यकाल में हुए सभी विकास कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मामले की जांच कराने की मांग की है। शिकायतकर्ता ने उक्त सभी विकास कार्यो में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए शिकायत की जांच नगर पंचायत या नगर पालिका से न कराकर अन्य विभाग द्वारा कराने का विशेष अनुरोध किया था।
अधिशासी अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले शिकायतकर्ता रामकुमार के अनुसार उसने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर यह जांच किसी अन्य विभाग द्वारा ऑनलाइन न कराकर ऑफलाइन कराने का विशेष अनुरोध किया था, क्योंकि उसे पता है कि ऑनलाईन जांच उसी अधिकारी के पास जाती है, जिसके विरुद्ध शिकायत की गई है और वह अधिकारी शिकायत को निरस्त कर देता है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री को भेजी गई शिकायत पर संयुक्त सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय भूपेंद्र बहादुर सिंह ने मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी को प्रकरण में नियमानुसार कार्यवाही करने के लिए भेजा था, जिस पर जिलाधिकारी द्वारा उक्त जांच अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत को ही सौंप दी गई, जिससे जांच की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो गए हैं, जिस अधिकारी के खिलाफ जांच है, तो वह अपने खिलाफ निष्पक्ष जांच कैसे करेगा। मामले को लेकर शिकायतकर्ता ने निष्पक्ष जांच की मांग की है।
Admin4
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