उत्तर प्रदेश

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ ही साथ नेचुरल और इमोशनल इटेलिजेंस भी जीवन में आवश्यक: कुलपति प्रो. पूनम टंडन

Admindelhi1
21 Feb 2024 4:58 AM GMT
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ ही साथ नेचुरल और इमोशनल इटेलिजेंस भी जीवन में आवश्यक: कुलपति प्रो. पूनम टंडन
x
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस

कानपूर: विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि शिक्षा दान सबसे बड़ा दान है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ ही साथ नेचुरल और इमोशनल इटेलिजेंस भी जीवन में आवश्यक है.

कुलपति डीएवी पीजी कॉलेज में स्वामी दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती एवं कॉलेज के स्थापना दिवस पर आयोजित वार्षिकोत्सव समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थीं. इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ. प्राचार्य प्रो. शैल पांडेय ने अतिथियों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय के इतिहास एवं भावी लक्ष्यों को प्राप्त करने को योजनाओं का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया.

गोरक्ष प्रान्त प्रचारक सुभाष ने कहा कि वास्तविक शिक्षा वही है जब शिक्षार्थी असत्य को अस्वीकार कर केवल सत्य को ही स्वीकार करने की क्षमता विकसित कर ले. उन्होंने आर्य समाज की स्थापना और इसके द्वारा शिक्षा के विकास के लिए किए गए योगदानों की विस्तार से चर्चा की. संचालन डॉ. संजय मिश्र एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संजय पांडेय ने किया. इस दौरान कॉलेज की पूर्व प्राचार्या डॉ. राजकुमारी पांडेय, एमजीपीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अनिल सिंह मौजूद रहे.

समारोह के दौरान इन्हें किया गया सम्मानित: समारोह में कुलपति ने मेधावी छात्र-छात्राओं तनु मद्धेशिया, साक्षी शाही, काव्या शुक्ला, हर्ष चौरसिया, प्रिन्स सिंह को सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने पर दयानंद स्वर्ण पदक प्रदान किया. नेहा सिंह, पंकज यादव को दयानंद पदक से सम्मानित किया गया. बीएससी बायो की छात्रा काव्या शुक्ला को बॉटनी विषय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने पर ज्ञान दत्त पांडेय स्मृति पुरस्कार, मनोविज्ञान में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने पर निशा परवीन को पुष्पा देवी स्मृति नगद पुरस्कार एवं समाजशास्त्रत्त् में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने पर नेहा गुप्ता को राम चन्द्र श्रीवास्तव स्मृति नगद पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

Next Story