उत्तर प्रदेश

Allahabad: नगर निगम में मशीनों की खरीद पर बजट की बर्बादी

Admindelhi1
31 Dec 2024 6:43 AM GMT
Allahabad: नगर निगम में मशीनों की खरीद पर बजट की बर्बादी
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"88 लाख की मशीन 80 दिन भी नहीं चली"

इलाहाबाद: नगर निगम में मशीनों की खरीद पर बजट की बर्बादी की जा रही है. इसका जीता जागता उदाहरण 88 लाख से अधिक की कीमत की खरीदी गई रोबोटिक मशीनें हैं. स्मार्ट सिटी के फंड से 2022 में केरल की कंपनी से सीवर सफाई के लिए दो रोबोटिक मशीन खरीदी गई थी. इसकी खरीद इसलिए की गई थी कि सीवर में सफाई कर्मचारियों को नहीं उतरना पड़े. कई बार सीवर लाइन में जहरीली गैस जानलेवा साबित हो जाती है. लेकिन दुर्भाग्य यह है कि 88 लाख से अधिक की मशीन 80 दिन भी नहीं चली होगी और यह मशीन अब हैबिटेट सेंटर में धूल फांक रही है.

नगरीय क्षेत्र की बंद सीवर लाइनों की रोबोटिक मशीन से सफाई कराए जाने और सीवर सफाई कार्य को प्रभावी बनाए जाने के उद्देश्य से तत्कालीन नगर आयुक्त गौरांग राठी की पहल पर अलीगढ़ स्मार्ट सिटी ने जेम पोर्टल के माध्यम से केरल की जन रोबोटिक इन्नोवेशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से 2 मशीन खरीदी थी. अगस्त 2022 में वार्ष्णेय कॉलेज गांधी नगर के पुल नीचे केरल की जन रोबोटिक इन्नोवेशन प्राइवेट कंपनी की तकनीकी टीम ने आपूर्ति देने से पहले रोबोटिक मशीन का डेमों दिया था. स्मार्ट सिटी ने दोनों मशीनों का क्रय किया. लेकिन इनका इस्तेमाल शहर की सीवर लाइनों की सफाई को लेकर नहीं किया गया. रामघाट रोड, बारहद्वारी समेत अन्य स्थानों पर कई बार इनका ट्रायल किया गया, लेकिन यह मशीन कारगर साबित नहीं हुई. आज भी सीवर लाइन की सफाई कर्मचारियों को ही सीवर में उतरना पड़ता है. बड़ा सवाल आखिर इस मशीन की उपयोगिता जाने बिना इसकी खरीद क्यों की गई. इस मशीन के खरीदे जाने का सीवर सफाई कर्मचारियों को भी कोई लाभ नहीं मिला. इसके अलावा सुपर शकर मशीनों को भी इस्तेमाल नहीं हो रहा है.

छात्रों ने एएमयू भौतिकी विभाग का दौरा किया: पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज, जिरसमी, एटा के लगभग 300 युवा छात्रों के एक समूह ने कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए विज्ञान भ्रमण कार्यक्रम के तहत अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग का दौरा किया. जिससे उन्हें विज्ञान की आकर्षक दुनिया को समझने का का अवसर मिला. विभागाध्यक्ष, प्रोफेसर अनीसुल ऐन उस्मानी ने भविष्य के वैज्ञानिकों के पोषण और नवाचार की संस्कृति बनाने में ऐसी पहल के महत्व पर जोर दिया. जिला विज्ञान समन्वयक राजीव अग्रवाल ने विद्यालय के शिक्षकों के साथ मिलकर इस दौरे को व्यवस्थित तरीके से प्रबंधित किया और विभाग के प्रयासों की सराहना की.

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