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उत्तर प्रदेश
अलीगढ़ के DM का नया अवतार, कॉलेज के निरीक्षण के दौरान पहले बने छात्र फिर उठाई चॉक
Shantanu Roy
3 Dec 2022 11:48 AM GMT
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बड़ी खबर
अलीगढ़। यूं तो आपने ऐसे बहुत सारी खबरें पढ़ी होंगी कि गुरु जी बच्चों को पढ़ाते समय प्रशासनिक अधिकारी बन गए। लेकिन क्या आपने कभी ऐसा सुना है कि कॉलेज का निरीक्षण करने आए जिलाधिकारी पहले छात्र की तरह क्लास में बैठ कर पढ़े और फिर खुद चॉक उठाकर टीचर बन गए। जी हां सबको हैरान कर देने वाली ये खबर यूपी के अलीगढ़ से सामने आई है। जहां जिले की शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लगातार निरीक्षण कर रहे जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने शुक्रवार को अपने दौरे के दौरान छात्र- छात्राओं के साथ शीट पर बैठकर पहले सिलेबस की जानकारी की, फिर उसके बाद बच्चों को ब्लैकबोर्ड पर शिक्षा का पाठ पढ़ाया।
कॉलेज में निरीक्षण करने पहुंचे थे DM
अलीगढ़ के जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह जिले की शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लगातार स्कूलों व कॉलेजों का निरीक्षण कर रहे हैं। इसी कड़ी में वह शुक्रवार को शहर के अचल ताल इलाके पर स्थित एक नामचीन डिग्री कॉलेज में औचक निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। जहां पर उन्होंने पहले तो स्नातक के छात्र- छात्राओं के साथ शीट पर बैठकर पहले सिलेबस की जानकारी ली फिर उसके बाद बच्चों को ब्लैक बोर्ड पर पाठ पढ़ाया।
डीएस कॉलेज के प्रबंधक है DM
डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि इस समय मैं डीएस कॉलेज का प्रबंधक भी हूं। जिसके नाते निरीक्षण करने के नजरिए से आज मैं कॉलेज में गया था। इस दौरान कॉलेज में एग्जाम चल रहे थे। बहुत सारे टीचर एग्जाम के कारण कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी में थे। इस दौरान बहुत सारे बच्चे बाहर बैठे हुए थे और टीचर के आने का इंतजार कर रहे थे। छात्र-छात्राओं की क्लास खाली थी तो उस नज़रिये से कुछ कक्षाओं में हमने देखा कि किस प्रकार से टीचर बच्चों को पढ़ा रहे हैं और उसमें और क्या इंप्रूवमेंट किया जा सकता है। उसी के मद्देनजर जो बहुत सारे बच्चे लोन में थे, उनको एक क्लास में ले जाकर उनका जो विषय था उस पर उनसे बात की गई। टीचर ने भी पढ़ाया हमने भी देखा की नई क्लास में अब क्या-क्या सिलेबस आ चुका है। हम लोगों की पढ़ाई बहुत पुरानी हो गई है।
सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता
DM ने विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया और बताया कि सफलता का कोई भी शॉर्टकट नहीं होता है। मन लगाकर पढ़ाई करने और अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करके आगे बढ़ने वाले को ही सफलता मिलती है। उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि अपने लक्ष्य को हमेशा ध्यान में रखें और उसे पाने के लिए निरंतर प्रयास करें। इसके साथ ही उन्होंने प्रांगण में घूमने वाले विद्यार्थियों को क्लास में बैठकर पढ़ने को कहा। प्रबंधन को उन्होंने निर्देश दिए कि विद्यार्थियों पर नजर रखी जाए और कोई भी छात्र या छात्रा अकारण कैंपस में न घूमें।
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