उत्तर प्रदेश

Aligarh: नर्सिंग होम में जच्चा-बच्चा की मौत पर जमकर हंगामा और तोड़फोड़ हुई

Admindelhi1
26 Nov 2024 7:00 AM GMT
Aligarh: नर्सिंग होम में जच्चा-बच्चा की मौत पर जमकर हंगामा और तोड़फोड़ हुई
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दो घंटे तक हंगामा चला

अलीगढ़: महानगर के सासनी गेट आगरा रोड इलाके के एक नर्सिंग होम में मृत बच्चे के प्रसव के दौरान जच्चा की भी मौत हो गई. इस पर परिवार ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर बखेड़ा खड़ा कर दिया. जमकर हंगामा करते हुए काउंटर पर तोड़फोड़ कर दी. खबर पर काफी संख्या में परिजन भी पहुंच गए और दो घंटे तक हंगामा चला. बाद में पुलिस के समझाने पर परिवार बिना किसी कार्रवाई या पोस्टमार्टम के शव अपने साथ ले गए.

हाथरस के कस्बा मैंडू के पवन गुप्ता का हार्डवेयर का कारोबार है. दो बेटियों के बाद तीसरी बार 35 वर्षीय पत्नी रूबी गर्भवती थी. पति के अनुसार प्रसव पीड़ा पर शाम वह पत्नी को सासनी गेट के नर्सिंग होम में लेकर आए. जहां डॉक्टर ने देखने के बाद प्रसव में समय बताकर वापस भेज दिया. फिर मध्य रात्रि में दिक्कत हुई तो वे फिर वापस आए. जहां रात में जांच के बाद डॉक्टर ने गर्भ में ही बच्चे के खत्म होने की जानकारी दी. इस पर परिवार ने ऑपरेशन के जरिये मृत बच्चे को निकालने का प्रस्ताव रखा. मगर आरोप है कि डॉक्टर ने इंतजार करने और बिना ऑपरेशन प्रसव से बच्चे को निकालने की बात कहते हुए उपचार शुरू कर दिया. शाम के समय प्रसव प्रक्रिया के दौरान डॉक्टर मौजूद नहीं थे. महिला स्टाफ ने ही उपचार शुरू कर दिया. इसी दौरान महिला की हालत बिगड़ गई. जब तक डॉक्टर आईं, तब तक महिला ने दम तोड़ दिया. इस पर दोनों के खत्म होने की जानकारी परिवार को दी तो वे भड़क गए. इलाज में देरी व लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया और आक्रोशित परिजनों ने हंगामा करते हुए काउंटर केबिन में रखे कम्यूटर को तोड़ दिया. काफी देर तक हंगामा होता रहा. खबर पाकर अन्य परिजन भी आ गए.

पुलिस के समझाने पर हंगामा हुआ शांत

सूचना मिलते ही थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को शांत कराया. समझाया गया कि अगर आप कार्रवाई चाहते हैं तो तहरीर दीजिए. पोस्टमार्टम कराया जाएगा. इसके बाद परिजनों ने थाने में तहरीर देने से इंकार कर दिया. वह बिना पोस्टमार्टम के ही शव को लेकर चले गए. तब जाकर मामला शांत हो सका.

नर्सिंग होम में जच्चा-बच्चा की मौत का मामला सामने आया था. परिजन चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगा रहे थे. उन्हें समझा बुझाकर शांत करा दिया गया था. अभी इस मामले में थाने पर कोई तहरीर नहीं दी गई है.

-अभय पांडेय, सीओ प्रथम.

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