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Aligarh: एडीजे डा.एके सिंह पर हमले की कोशिश की जांच जारी
अलीगढ़: पश्चिमी यूपी के कुख्यात अपराधी सुंदर भाटी व उसके गैंग को सजा सुनाने वाले एडीजे डा.एके सिंह पर हमले की कोशिश की जांच जारी है. सुंदर भाटी की रिहाई के छह दिन बाद इस वारदात के मायने निकाले जा रहे हैं. अब तक की जांच में बदमाशों की बोलेरो का जो नंबर सामने आया है. वह फर्जी माना जा रहा हैै.
खैर पुलिस की टीम सीओ वरुण सिंह की अगुवाई में जांच में जुटी है. एक टीम ने शिवाला रोड से टैंटीगांव रोड तक के सभी सीसीटीवी देखे. मगर रात के अंधेरे के कारण सुराग नहीं मिला. इसके बाद अब अलीगढ़ की ओर तक के सभी सीसीटीवी खैर क्षेत्र में देखे जा रहे हैं. साथ में फर्रुखाबाद से अलीगढ़ खैर तक के सभी टोल प्लाजा व हाईवे के प्रमुख सीसीटीवी दिखवाने के लिए भी पुलिस टीम को लगाया जा रहा है. इस दौरान यह जानने का प्रयास है कि जज की गाड़ी का पीछा कहां से शुरू हुआ. फिर खैर से गाड़ी वापस लौटी तो कहां गई.
सीओ खैर वरुण सिंह यही कहते हैं कि सीसीटीवी व आरटीओ की मदद से एक एक पहलू को चिह्नित कर जांच की जा रही है. अभी तक किसी ठोस नतीजे पर पुलिस नहीं पहुंची है. कोई महत्वपूर्ण सुराग नहीं मिला है.
अब तक देखे गए 150 से ज्यादा कैमरे
अब तक पुलिस टीमों ने खैरेश्वर चौराहे से लेकर खैर, जट्टारी और टप्पल व यमुना एक्सप्रेस वे इंटरचेंज और टोल तक के 150 से ज्यादा सीसीटीवी देखे हैं. कहीं पहले से रास्ते में गाड़ी खड़ी हो और जज की गाड़ी देखकर अचानक खैर के आसपास पीछा किया या रुकवाने का प्रयास किया हो. इसलिए नए सिरे से सीसीटीवी दिखवाने का प्रयास है.
भ्रमित करने के लिए प्रयोग हुआ अलीगढ़ नंबर
मुकदमे में बोलेरो का अलीगढ़ से संबंधित जो नंबर उल्लेखित है, यह अधूरा है. किसी भी सीरीज में बोलेरो का पंजीकरण नहीं पाया है. अंदेशा है कि वारदात को अंजाम देने वालों ने जानबूझकर भ्रमित करने के इरादे से फर्जी नंबर प्लेट लगाई है. अब आरटीओ से सभी सफेद बोलेरो का भी ब्योरा मांगा गया है.
ये दर्ज कराया है मुकदमा
फर्रुखाबाद में तैनात एडीजे विशेष ईसी एक्ट डॉ. अनिल कुमार सिंह की तहरीर पर यह मुकदमा रात में दर्ज हुआ है. जिसमें 29 की वारदात बताते हुए कहा है कि वे पर अपनी गाड़ी से फर्रुखाबाद से घर नोएडा जा रहे थे. तभी गौमत चौराहा पार कर जट्टारी की ओर जाते समय बेलेरो सवार पांच अज्ञात लोगों ने इस वारदात को अंजाम दिया. उन्होंने उल्लेख किया है कि गौतमबुद्ध नगर में बतौर एडीजे तैनाती के दौरान उन्होंने सुंदर भाटी और उसके ग्यारह गिरोह के सदस्यों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. इसलिए संदेह जताया है कि सुंदर भाटी और उनके गिरोह के सदस्यों ने इसी सजा के फैसले का बदला लेने के इरादे से इस हमले की साजिश रची गईहै.
अभी हमारी टीमें इस वारदात को गंभीरता से लेकर खुलासे के प्रयास में जुटी हैं. गाड़ी नंबर, गाड़ी के हुलिया व सीसीटीवी की मदद से हर स्तर पर सुराग तलाशने का काम जारी है. जैसे ही कुछ उजागर होगा, स्पष्ट किया जाएगा.
मुकेश चंद्र उत्तम, एसपी देहात