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Aligarh: स्वास्थ्य महकमें को चिकित्सक ढूंढे नहीं मिल रहे
अलीगढ़: योगी सरकार ने मरीजों के उपचार के लिए हर मुहल्ले में मंदिर स्थापित कराया है. इन मंदिरों में पुजारी नहीं बल्कि एमबीबीएस डॉक्टर मरीजों का उपचार करेंगे. मगर इन मंदिरों से मुहल्लेवासियों का मोह भंग होता जा रहा है. कारण जब से यह स्थापित हुए आधे से अधिक लगभग बंद ही हैं. कारण स्वास्थ्य महकमें को चिकित्सक ढूंढे नहीं मिल रहे हैं.
प्रदेशवासियों की सेहत को लेकर सरकार सचेत है. ऐसे में सरकार ने शहरी क्षेत्र के नागरिकों को घर के पास तत्काल और नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित किया है. पहले इसका नाम हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर था. यहां पर एक एमबीबीएस चिकित्सक, एएनएम, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट और ब्वाय के पद सृजित है. स्वास्थ्य विभाग की माने तो जिले की 13 लाख की आबादी के लिए 36 आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित किया गया है. कहने को वर्तमान समय सभी संचालित है. मगर इनमें से मात्र 16 मंदिरों में ही चिकित्सकों की तैनाती है. बाकी मंदिर पुजारी यानी चिकित्सक की बांट जोह रहे हैं. ऐसे में मोहल्ले के लोगों को घर के समीप ही स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के सरकारी उद्देश्य पर पानी फिरता नजर आ रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण सरकार की योजना विफल साबित हो रही है. अधिकतर आरोग्य मंदिर में किसी प्रकार की जांच की सुविधा भी उपलब्ध नही कराई गई है. केन्द्र में सिर्फ खांसी, बुखार, जुखाम, दर्द, उल्टी-दस्त तक ही सीमित कर दिया गया है. जिसके कारण मरीजों का मोहभंग हो रहा है.
लाखों रुपये हर माह खर्च कर रही सरकार: शहरी क्षेत्र में बने आयुष्मान अरोग्य मंदिर पर सरकार लाखों रुपये हर माह खर्च कर रही है. इसमें स्टाफ की सेलरी, दवाएं और रेंट पर लिया गया भवन आदि शामिल हैं. इसका मकसद लोगों को घर के नजदीक और समय पर उपचार मिलता था. मगर चिकित्सक की कमी होने के कारण सरकार की मंशा पर पानी फिर रहा है. आयुष्मान आरोग्य मंदिर में जनता को नि:शुल्क उपचार, दवाईयां, जांच और टीकाकरण जैसी सुविधाएं उपलब्ध है. सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक चिकित्सका की ड्यूटी है. यहां पर एक चिकित्सक, 2 नर्सिंगकर्मी, एक फार्मासिस्ट, एक एएनएम, एक सपोर्टिंग स्टॉफ व एक स्वीपर की नियुक्ति है. यहां पर हीमोग्लोबिन, मलेरिया, डेंगू, ब्लड शूगर, वीडीआरएल रेपिड टेस्ट, एचआईवी व यूरिन संबंधी विभिन्न जांच की सुविधाएं दी जाएंगी.