उत्तर प्रदेश

Aligarh: पुरुषों की तुलना में 50 फीसदी अधिक महिलाएं ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट में फेल

Admindelhi1
15 Jun 2024 6:45 AM GMT
Aligarh: पुरुषों की तुलना में 50 फीसदी अधिक महिलाएं ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट में फेल
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टेस्ट में पुरुषों से अधिक फेल हो रही महिलाएं

अलीगढ़: पुरुषों की तुलना में फीसदी महिलाओं के पास Driving License है. इसका मुख्य कारण ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट में महिलाओं का अधिक फेल होना है. आंकड़ों की बात करें तो पुरुषों की तुलना में 50 फीसदी अधिक महिलाएं टेस्ट में फेल हो जाती हैं.

संभागीय परिवहन विभाग द्वारा प्रकार के लाइसेंस जारी किए जाते हैं. पहला लर्निंग लाइसेंस जिसमें ड्राइविंग सीखने तक के लिए लिए लाइसेंस होता है. जिसकी अवधि माह होती है. माह भीतर ही स्थाई लाइसेंस के लिए आवेदन फिर फिजिकल टेस्ट यानि ट्रैक पर वाहन चलाकर इस पास करना होता है. यह लाइसेंस महिला पुरुष नों को ही जारी किए जाते हैं. पर पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या कम है. आकंडों के मुताबिक मात्र फीसदी महिलाएं को ड्राइविंग लाइसेंस मिल पाता है. लर्निंग के लिए पहले ऑन लाइन टेस्ट देना होता है. जिसमें वह इतना परिपक्व नहीं हैं. वहीं जब ट्रैक पर भी टेस्ट होता है तो उल्टा सीधा निर्देश का पालन करती हैं. जहां उन्हें फेल कर दिया जाता है. इस वजह से इतनी संख्या कम है.

लाइसें का तरजीह न देना भी वजह विभागीय जानकारी के मुताबिक लाइसेंस को लेकर महिलाएं इतनी सजग नहीं हैं. महिलाएं या युवतियां वाहन अधिकतर प्रयोग, स्कूल, कोचिंग संस्थान और बाजार के लिए करती हैं. इसके अलावा उन्हें अंतर जनपदीय वाहन का प्रयोग नहीं करना होता है. इसलिए वह लाइसेंस के लिए भी कम ही आवेदन करती है. जो करती भी हैं उनमें अधिकतर फेल हो जाती है.

टेस्ट में फेल के कारण:

● फिर ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक पर ठीक से आठ न बनाने, स्टॉप पर रुकना बड़ा कारण

● 2024 के आंकड़ों के मुताबिक 26430 पुरुषों की तुलना में 1384 ही महिलाओं के लाइसेंस बने

● आवेदन की तुलना में 50 फीसदी से अधिक महिलाएं ड्राइविंग टेस्ट में हो जाती हैं फेल

● 2023 में भी 24792 पुरुषों की तुलना में 1150 महिलाओं को मिला ड्राइविंग लाइसेंस

● 2022 में 25342 पुरुषों की तुलना में 970 महिलाओं को ही जारी हुआ लाइसेंस

फेल होने के मुख्य कारण

● एएआई बेस ऑनलाइन एक्जाम में ताकाझांकी

● ऑनलाइन परीक्षा प्रक्रिया की समझ न होना

● वाहन चलाने की पूरी समझ न होना

● साइन बोर्ड का ज्ञान न होना

● गति सीमा पर कंट्रोल न होना

● ठीक से ट्रैक पर आठ न बना पाना

पुरुषों की तुलना में ड्राइविंग लाइसेंस को लेकर महिला सजग नहीं हैं. वाहनों का प्रयोग तो करती हैं पर ट्रैफिक नियमों में प्रति अधिक जानकारी नहीं है. जिससे पुरुषों की तुलना में फेल होने का प्रतिशत अधिक है.

हरिशंकर सिंह, आरटीओ प्रशासन अलीगढ़

साल दर साल आंकड़ों पर नजर

वर्ष पुरुष महिला

2022 25342 970

2023 24792 1150

2024 26430 1384

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