उत्तर प्रदेश

सदन में अपनी ही बातों में घिरते नजर आए अखिलेश

Rani Sahu
20 Sep 2022 4:04 PM GMT
सदन में अपनी ही बातों में घिरते नजर आए अखिलेश
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यूपी के विधानसभा सत्र के दूसरे दिन नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव योगी सरकार को घेरने में नाकाम रहे। सदन में अखिलेश अपनी ही बातों में घिरते नजर आए। नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उन्हें कई सबक दे डाले। योगी बोले-नेता प्रतिपक्ष अव्वल तो जिम्मेदारी और संवेदनशीलता के साथ सदन में तथ्य रखें और आम जनमानस को गुमराह करने वाली बातें न कहें। दरअसल, सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सीतापुर में एक बच्चे के उपचार न मिलने के मुद्दे पर मानवाधिकार आयोग द्वारा नोटिस दिए जाने का हवाला देते हुए प्रदेश में ध्वस्त हो रही स्वास्थ्य सेवाओं का मुद्दा उठाया।
विधानसभा अध्यक्ष ने अखिलेश की मांग पर जताई आपत्ति
अखिलेश ने मांगी की कि सभी नियमों को शिथिल करते हुए नियम-311 के तहत स्वास्थ्य के मुद्दे पर चर्चा की जाए। इस पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कड़ी आपत्ति जताते हुए अखिलेश यादव से पूछ किया कि वह बताएं कि किस नियम को शिथिल किया जाए और नियम-311 की क्या परिभाषा है। इस सवाल पर अटके अखिलेश यादव के समर्थन में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने बचाव करते हुए कहा कि सभी नियमों को शिथिल कर जनहित के मुद्दे पर चर्चा जरूरी है। इसे विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना द्वारा स्वीकार न किए जाने पर सपा के सभी सदस्य वेल में उतर आए। सपा सदस्य जोरदार नारेबाजी करते रहे और कहा कि सरकार चर्चा स्वीकार करे।
लोगों को भ्रमित करने का काम न करें अखिलेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि अखिलेश यादव लोगों को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि नेता प्रतिपक्ष कहां थे जब कोरोना की लहर थी। तब तो एक बार भी घर से नहीं निकले और लोगों को वैक्सीन न लगाने के लिए भ्रमित कर रहे थे। कहा था कि वैक्सीन नहीं लगवाएंगे। अखिलेश तो लोगों में दुष्प्रचार कर नकारात्मक माहौल बनाते थे। केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के दिशा-निर्देशन में डबल इंजन की सरकार ने 38 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई और लोगों के जीवन की रक्षा की। सरकार ने स्वास्थ्य व शिक्षा में बेहतरीन काम किया है। प्रदेश में पहली बार मेडिकल यूनीवर्सिटी बन रही है। आयुष विश्वविद्यालय बन रहा है। साथ ही स्पोर्टस यूनिवर्सिटी भी बन रही है। सपा सरकरा में तो हर व्यवस्था का अवमूल्यन हुआ था किसी की अववृद्धि नहीं हुई। इस दौरान सत्ता पक्ष के सदस्य मेजे थपथपाते हुए योगी का जोरदार समर्थन करते रहे। एक-दो बार तो जयश्रीराम के नारे भी लगाए गए।
सदन में विधानसभा अध्यक्ष की ओर देखकर बोलने की व्यवस्था
अखिलेश अपनी बात रखते हुए बार-बार नेता सदन मुख्यमंत्री की ओर इशारा कर रहे थे और टिप्पणियां कर रहे थे। सदन में नियमतः विधानसभा अध्यक्ष की ओर देखकर बोलने की व्यवस्था है। योगी ने इसी पर तंज किया। योगी बोले-चार बार सपा की प्रदेश में सरकार रही इन्होंने क्या किया। अगर ऐसी ही होता रहा तो कोई भी समाजवादी पार्टी को सही नजरिये से नहीं देखेगा। योगी ने कहा कि जब सपने तार-तार होते हैं तो दुख होता है और अखिलेश यादव की बातों में ऐसा ही झलक रहा था यह स्वभाविक भी है।
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