उत्तर प्रदेश

अखिलेश ने दर्शन शुल्क वृद्धि पर की आपत्ति

Admin Delhi 1
28 Jun 2023 5:21 AM GMT
अखिलेश ने दर्शन शुल्क वृद्धि पर की आपत्ति
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वाराणसी न्यूज़: काशी विश्वनाथ मंदिर में आगामी सावन के दौरान सुगम दर्शन की शुल्क वृद्धि पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आपत्ति जताई है. उन्होंने ट्वीट कर शुल्क वृद्धि वापस लेने की मांग की है. सपा प्रमुख ने सत्ताधारी दल भाजपा की निंदा करते हुए उसे धर्म का व्यापारी भी बताया.

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने सावन में सुगम दर्शन, मंगला आरती, शृंगार आदि के नए शुल्कों की सूची जारी की. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस बढ़ी हुई दर पर सरकार को घेरा है. उन्होंने लिखा है-‘भाजपा सरकार से आग्रह है कि बाबा विश्वनाथ जी के दर्शन पर शुल्क लगाकर गरीबों, सच्चे भक्तों व आम जनता से ‘दर्शन का अधिकार’ न छीने. भाजपा ने धर्म को व्यापार बना लिया है. निंदनीय!’

सीईओ डॉ सुनील वर्मा ने बताया था कि सावन में आम दिनों से अलग शुल्क का निर्धारण किया है. इसमें सर्वाधिक शुल्क 20 हजार रुपये महादेव के शृंगार का है. इसके अलावा सुगम दर्शन जो आम दिनों में 500 रुपये में होता है, उसे बढ़ाकर 750 रुपये कर दिया गया है. सावन में मंगला आरती का टिकट एक हजार के बजाए अब 2000 रुपये में मिलेगा. इसमें दोगुना वृद्धि की गई है.

दर्शन का अधिकार न छीनें

1. ट्वीट किया- सच्चे भक्तों व आम जनता से दर्शन का अधिकार न छीने सरकार

2. सत्ताधारी दल भाजपा की निंदा करते हुए उसे धर्म का व्यापारी करार दिया

3. अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल ने भी इस निर्णय को गलत बताया

आस्था के प्रतीक का व्यवसायीकरण गलत

अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष राकेश जैन व महामंत्री रामभरत ओझा ने सावन के मद्दनेजर विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की ओर से जारी नये शुल्क का पुरजोर विरोध किया है. जैन ने कहा कि काशी और काशी विश्वनाथ धाम आस्था का प्रतीक है. आस्था के नाम पर दर्शनार्थियों की जेब काटना अत्यंत गलत है. विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट में पैसे की कमी नहीं है. धन की उगाही गलत है.

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