उत्तर प्रदेश

Agra: यमुना एक्सप्रेस वे पर गर्मी आते ही हादसों की संख्या बढ़ी

Admindelhi1
7 Jun 2024 9:56 AM GMT
Agra: यमुना एक्सप्रेस वे पर गर्मी आते ही हादसों की संख्या बढ़ी
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सूरज की तपिश से सीमेंट और कंक्रीट से बना यमुना एक्सप्रेस वे ज्यादा तपने लगता है.

आगरा: ताजनगरी को देश की राजधानी से जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेस वे पर गर्मी आते ही हादसों की संख्या बढ़ गई है. एक्सप्रेस वे पर ज्यादातर हादसे अब वाहनों के टायर फटने से हो रहे हैं. सूरज की तपिश से सीमेंट और कंक्रीट से बना यमुना एक्सप्रेस वे ज्यादा तपने लगता है. पहिए और सड़क के बीच घर्षण से टायर फटने की घटनाएं हो रही हैं. यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (येडा) से सूचना के अधिकार के तहत हादसों का आंकड़ा मिला है. ये बेहद डरावना है. अब पारा 45 के पार पहुंच चुका है. ऐसे में यमुना एक्सप्रेस-वे पर चलने वाले वाहन चालकों को अधिक सचेत रहने की आवश्यकता है.

बता दें कि, ताजनगरी के वरिष्ठ अधिवक्ता केसी जैन को यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (येडा) से मिली हादसों की सूचना के अनुसार साल 12 से 23 तक यमुना एक्सप्रेस वे पर कुल 7,6 हादसे हुए हैं. इसमें 1,237 लोगों की मौत हुई है. इसके साथ ही 10,5 लोग घायल हुए हैं. सर्वाधिक हादसे 3,7 चालक को नींद की वजह से हुए हैं. दूसरे नंबर पर 1,2 हादसे की वजह ओवरस्पीडिंग रही है. तीसरे नंबर पर हादसों के पीछे यमुना एक्सप्रेस वे पर टायर फटना रहा है. इस बीच 760 वाहनों के टायर फटने से हादसे हुए.

टायरों में नाइट्रोजन गैस भरवाएं: संभागीय निरीक्षक टेक्निकल देवदत्त कुमार के मुताबिक, टायरों में सामान्य हवा की जगह पर नाइट्रोजन गैस भरवाएं. यह ठंडी होती है. अब आसानी से ये पेट्रोल पंप या अन्य दुकान पर मिल जाती है. वाहन में सुरक्षा के लिहाज से नाइट्रोजन गैस का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए. इससे टायर में प्रेशर ठीक रहता है. नाइट्रोजन भरने पर अंदर के ऑक्सीजन पार्टिकल डाल्यूट हो जाते हैं. नाइट्रोजन गैस टायर को गर्मियों के मौसम में ठंडा रखती है. नाइट्रोजन हवा के इस्तेमाल से टायर की लाइफ बढ़ जाती है.

गर्मी के कारण तापमान अब 45 डिग्री के पार चला गया है. आगरा में हीट वेव का अलर्ट है. ऐसे में वाहन चालक यमुना एक्सप्रेस-वे पर यात्रा करते समय टायरों का परीक्षण अवश्य कर लें. हवा का प्रेशर कम करके यात्रा करें. यमुना एक्सप्रेस-वे के चारों पैट्रोल पंप पर नाइट्रोजन हवा निशुल्क है. वाहन चालक इसे यहां भरवा सकते हैं. ये हवा ठंडी होती है. तुलसी राम गुर्जर, खंदौली टोल प्लाजा इंचार्ज

टायर फटने से 90 मौत, 1,9 घायल: वरिष्ठ अधिवक्ता केसी जैन बताते हैं कि आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार वाहनों के टायर फटने से यमुना एक्सप्रेस वे पर 760 हादसे हुए हैं. इसमें 1,9 लोग घायल हुए हैं और 90 लोगों की जान गई है. वे बताते हैं कि गर्मी में टायर फटने की घटना बढ़ जाती हैं. इसकी वजह है कि यमुना एक्सप्रेस वे सीमेंट व कंक्रीट से बना है. यहां वाहनों की अधिक गति होने के कारण टायर गर्म हो जाते हैं.

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